मेलबर्न 28 दिसंबर (वार्ता) नीतीश कुमार रेड्डी (105) के नाबाद शतक और वशिंगटन सुंदर (50) के साथ कठिन समय में 127 रन की बेजोड़ भागीदारी की मदद से भारत ने चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन शनिवार को अपनी पहली पारी में नौ विकेट पर 358 रन बना लिये थे।
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खराब रोशनी के कारण खेल रोके जाने के समय रेड्डी का साथ निभाने के लिये अंतिम विकेट के तौर पर मो सिराज दो रन बना कर क्रीज पर मौजूद थे। भारत अभी भी आस्ट्रेलिया की पहली पारी 474 रन के स्कोर से 106 रन पीछे है।
आज के खेल के पहले सत्र में रिषभ पंत (28) और रविंद्र जडेजा (17) का विकेट गिरने के बाद भारत पर फालोऑन का संकट गहरा गया था मगर एक छोर पर आंखे जमा चुके रेड्डी ने नये बल्लेबाज सुंदर के साथ मिल कर न सिर्फ अपनी टीम को फालोऑन के संकट से उबारा बल्कि खेल के दूसरे सत्र को बगैर नुकसान के बिता कर मजबूत इरादों के साथ टीम को संघर्ष के ट्रैक पर लाकर खड़ा कर दिया।
दोनो बल्लेबाजों ने चायकाल तक भारत के स्कोर बोर्ड पर सात विकेट पर 326 रन तान दिये थे। इसके बाद पहले हल्की वर्षा के कारण मैच रोका गया। मैच दोबारा शुरु होने के बाद सुंदर ने अपना अर्धशतक 162 गेंद खेल कर पूरा किया जिसमें उनका एकमात्र चौका शामिल था। हालांकि इसके तुरंत बाद सुंदर नाथन लॉयन की गेंद पर स्मिथ को कैच थमा बैठे और आस्ट्रेलिया का इस जोड़ी को तोड़ने का मैराथन इंतजार पूरा हो गया। नये बल्लेबाज बुमराह (0) को आउट करने में पैट कमिंस को ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी। इस बीच नीतीश ने भी अपने टेस्ट करियर का पहला शतक 171 गेंदों में 10 चौके और एक छक्के की मदद से पूरा कर लिया।
इससे पहले भारत ने आज अपने कल के स्कोर पांच विकेट पर 164 रन से आगे खेलना शुरु किया।भारत को पहला झटका आज खेल के तीसरे ओवर में लगा जब रिषभ पंत (28) स्कॉट बोलेंड की गेद पर लयॉन के हाथों लपक लिये गये। अंपायर ने हालांकि रिषभ को संदेह का लाभ दिया मगर आस्ट्रेलिया द्वारा लिये गये रिव्यू को अंपायर को स्वीकार करना पड़ा। दूसरे छोर पर रविंद्र जडेजा (17) ने कुछ ओवर तक संघर्ष किया मगर वह भी नाथन लयॉन की गेंद पर पगबाधा करार दिये गये। इस बार भारत ने मैदानी अंपायर के फैसले को चुनौती दी मगर रिव्यू के जरिये उसे नकार दिया गया।
बाद में क्रीज पर पहले से जमे नीतीश का साथ देने वशिंगटन सुंदर आये और दोनो बल्लेबाजों ने भोजनावकाश और चायकाल तक का समय बगैर नुकसान के लिये निकाल दिया। इस बीच नीतीश ने 81 गेंदों पर चार चौके और एक छक्के की मदद से अपना अर्धशतक पूरा कर लिया।
इस बीच आस्ट्रेलिया ने खतरनाक जोड़ी को तोड़ने के लिये गेंदबाजों को बदल बदल कर कई प्रयाेग किये और 80 ओवर के बाद नई गेंद से भी दोनो को डराने की कोशिश की मगर उसके सारे प्रयास विफल साबित हुये।