बढ़ते यातायात का दबाव बन रहा परेशानी का कारण
इंदौर: शहर में वाहनों की संख्याओं में दिनोंदिन इज़ाफा होता जा रहा है. यही कारण है जो कि यातायात को लेकर विभाग द्वारा जितने प्रयास किए जा रहे है. वहां विफल दिखाई देते है जिसके चलते आम जनता को कई तरह की असुविधाएं उठानी पड़ती है.शहर के विजय नगर क्षेत्र की बात करें तो क्षेत्र से सैकड़ों पॉश कॉलोनियों जुड़ी हुई है. यहां के अधिकांश रहवासियों के पास चार पहिया वाहन है. इसी के साथ ही यहां बड़े-बड़े मॉल भी है, जिस कारण यहां लोगों का अधिक आना जाना होता है.
दिनभर व्यवस्था रहने वाला विजय नगर चौराहा पिछले कई वर्षो से यातायात के अव्यवस्थाओं को झेल रहा है. दिनभर सैकड़ों वाहनों का गुज़रना यहां और कई बार जाम की स्थिति बनना यहां दर्शाता है कि आने वालों समय में स्थिति विस्फोटक होने वाली है. शाम होते ही वाहनों की लंबी कतारें लगने लगती है. वहीं मुख्य चौराहे पर कई बार वाहन उलझ जाते हैं. रात 7 से 9 बजे यातायात को लेकर हालात गंभीर हो जाते हैं जो कि दो या पांच पुलिसकर्मी के बस के नहीं होते. वाहनों की तेज आवाज, पुलिस की सिटी, आम जनता को परेशान होते दिखाई देना अब आम हो चला है. इससे भी एक गंभीर विषय यहां है कि जितने अधिक वाहन उतना ही मानव और पर्यावरण को नुकसान जिस पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है.
इनका कहना है
शहर के हर क्षेत्र में बढ़ता यातायात आने वाले समय के लिए आम लोगों के लिए बड़ी समस्या बन जाएगा. चौड़े मार्ग होने पर भी वियज नगर में यातायात स्थिति में सुधार नहीं आया है.
– कपिल लम्भाते
बढ़ती जनसंख्या बड़ा कारण है. एलआईजी से विजय नगर तक हालात खराब है. शाम के समय विजय नगर में जाने से लोग बचते हैं. जाम में फंसे सैकड़ों वाहन ऐसे दृश्य आम बात है.
– नदीम खान
विजय नगर चौराहे के जाम में जितनी देर वाहनों के बीच रहते हैं उतना स्वस्थ पर बुरा प्रभाव पड़ता है. वहीं पर्यवरण भी नष्ट हो रहा है. दिल्ली हमारे लिए उदाहरण है. इसे गंभीरता से लेना होगा.
– सुरेंद्र ठाकुर, सदस्य पर्यवरण हितैषी फाउंडेश्न