नयी दिल्ली, 19 दिसंबर (वार्ता) आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के संसद में दलितों के मसीहा डॉ. अंबेडकर पर अपमानजक टिप्पणी करने को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू को पत्र लिखा है।
श्री केजरीवाल ने श्री कुमार और श्री नायडू को गुरुवार को लिखे पत्र में कहा है कि मैं आपको यह पत्र एक अत्यंत महत्वपूर्ण विषय पर लिख रहा हूं, जो न केवल हमारे संविधान, बल्कि बाबा साहब अम्बेडकर की प्रतिष्ठा से भी जुड़ा है।
उन्होंने कहा है कि हाल ही में संसद में, देश के गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहब के नाम पर की गई टिप्पणी ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है। उनका यह कहना कि ‘अम्बेडकर- अम्बेडकर बोलना आजकल फैशन बन गया है’ न केवल अपमानजनक है बल्कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बाबा साहब और हमारे संविधान के प्रति सोच को उजागर करता है।
आप नेता ने कहा कि बाबा साहब अम्बेडकर, जिन्हें कोलंबिया विश्वविद्यालय ने ‘डॉक्टर्स ऑफ लॉ’ से सम्मानित किया था, जिन्होंने भारत के संविधान को रचा और समाज के सबसे वंचित वर्गों को अधिकार दिलाने का सपना देखा, उनके बारे में ऐसा कहने का साहस आखिर भाजपा ने कैसे किया?
उन्होंने कहा है कि इससे देश भर में करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। ये बयान देने के बाद श्री शाह ने माफ़ी मांगने की बजाय अपने बयान को उचित ठहराया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सार्वजनिक रूप से श्री शाह के बयान का समर्थन किया। इसने जले पर नमक छिड़कने का काम किया।
उन्होंने कहा कि लोगों को लगने लगा है कि बाबा साहब को चाहने वाले अब भाजपा का समर्थन नहीं कर सकते। बाबा साहब सिर्फ एक नेता नहीं, बल्कि हमारे देश की आत्मा हैं। भाजपा के इस बयान के बाद लोग चाहते हैं कि इस मसले पर आप भी गहराई से विचार करें।