जबलपुर: लोन दिलाने के नाम पर एक करोड़ की ठगी किए जाने के मामले में गोरखपुर थाने की पुलिस मुख्य आरोपी दाउद व अन्य की तलााश में चैन्नई और बेंगलुरू गई जहां संभावित ठिकानों में छापेमारी की गई लेकिन पुलिस को कोई अहम सुुराग हाथ नहीं लगे जिसके बाद पुलिस की टीम बैरंग वापिस लौट आई।जानकारी के मुताबिक गोरखपुर थाना क्षेत्र निवासी अक्षय तिवारी के साथ लोन दिलाने के नाम पर एक करोड़ की ठगी हुई थी।
पीडि़त ने अप्रैल माह में गोरखपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। इस मामले में पुलिस ने जांच पड़ताल करने के साथ सायबर सेल की भी मद्द ली थी जिस पर पुलिस को अहम क्लू मिले। जिसके आधार पर पुलिस ने चैन्नई से जावेद व्यक्ति को गिरफ्तार किया था जिसने पूछताछ में सरगना समेत अन्य के नाम उगले थे। इसके बाद पुलिस ने जावेद के साथी नजीर को हिरासत मेें लिया था जिन्होंने पूछताछ में नई जानकारी थी। जिसके बाद दोनों को जेल भेज दिया गया था।
दस दिन की रिमांड था फिरौज
इस मामले में पुलिस ने फिरौज नामक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया था। जिसे दस की रिमांड में लिया गया था। रिमांड लेने के बाद पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ाया तो पता चला कि इस गैंग का सरगना मोहम्मद दाउद और अन्य चैन्नई एवं बेंगलोर में है।
चैन्नई क्राइम ब्रांच ने पकड़ा!
गोरखपुर पुलिस की टीम फिरौज को साथ मेंं लेकर चैन्नई और बेंगलुरू गई लेकिन पुलिस को दाउद और उसके साथ नहीं मिले। मामले में यह बात जानकारी भी सामने आ रही है कि दाउद को एक अन्य मामले में चैन्नई क्राइम ब्रांच ने पकड़ा है। फिलहाल जबलपुर पुलिस के हाथ खाली रहे जिसके बाद पुलिस वापिस लौटी और फिरोज को भी न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। पुलिस की टीम पुन: चैन्नई और बेंगलुरू जा सकती है।