मंडला :बर्फीली हवाओं से कड़ाके की ठंड आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला में पड़ रही है। जिले में पहली बार दिसंबर माह में न्यूनतम तापमान 2.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि एक दिन पहले जिले का तापमान 3 डिग्री दर्ज किया गया था। मंडला जिला शीतलहर की चपेट में आ गया है। आगामी दिनों में और कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना बनी हुई है। तीन से चार दिनों बाद ही हाड़ कपाने वाली ठंड से थोड़ी राहत मिल सकती है। विगत तीन दिनों से जिले के कई वनांचल और ग्रामीणों क्षेत्रों में पेड़-पौधों की पत्तियों, घास, खलिहान में रखे पैरा में ओस की बूंदे जम रही है।
मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम उत्तर भारत में 12.6 किमी की ऊंचाई पर 222 किमी प्रतिघंटा की गति से सब ट्रॉपिकल जेट स्ट्रीम हवाएं बह रही हैं। जिसके कारण जिले में बर्फीली हवाएं आ रही हैं। बर्फीली हवाओं के कारण ही जिले का न्यूनतम तापमान लुढ़क गया है। मंडला में विगत दिनों से पारा लुढ़कता जा रहा है। 10 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री और अधिकतम तापमान 25.5 डिग्री, 11 दिसंबर को न्यूनतम 5.2 डिग्री और अधिकतम 27 डिग्री, 12 दिसंबर को न्यूनतम 5 डिग्री, अधिकतम 28.4 डिग्री, 13 दिसंबर को न्यूनतम 5.6 डिग्री से और अधिकतम 25 डिग्री और 14 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 3 डिग्री और अधिकतम तापमान 26.8 डिग्री और दिसंबर माह के प्रथम पखवाड़े के अंतिम दिन न्यूनतम तापमान 2.5 डिग्री और अधिकतम तापमान 27.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
इन दिनों बर्फीली हवाओं के कारण जिले का वनांचल क्षेत्र कांप रहा है। शहर में शनिवार को दिनभर कोल्ड डे रहा। हवाओं के कारण दिनभर लोग ठंड से जूझते नजर आए। अलाव, गर्म कपड़े और गुलाबी धूप भी ठंड से राहत नहीं दिला पा रही थी। ऐसी स्थिति में हर कोई ठंड से हलाकान नजर आया। मौसम विभाग की माने तो एक-दो दिन इसी तरह की स्थिति बनी रहेगी। पहाड़ों पर जारी बर्फ बारी के कारण मैदानी इलाकों में तापमान लगातार गिरता जा रहा है। इस कारण ठंड का असर बढऩे का अनुमान है। शनिवार रविवार की रात सीजन की सबसे ठंडी रात रही है। इस दौरान न्यूनतम तापमान 2.5 डिग्री दर्ज किया गया है, जो कि इस सीजन में सबसे कम है।