सिंगरौली, 12 दिसंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री संपतिया उईके ने कहा है कि शिक्षा से बड़ा कोई सशक्तिकरण का माध्यम नहीं है। वंचित वर्गों के बच्चों को शिक्षा के समान अवसर प्रदान करने की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए।
श्रीमती उईके ने सिंगरौली में अजाक्स निःशुल्क कोचिंग के लिए भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह भवन उन छात्रों के लिए नई उम्मीद लेकर आया है, जो संसाधनों के अभाव में प्रतिस्पर्धा परीक्षाओं की तैयारी नहीं कर पाते है।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री ने कहा कि बदलते समय के साथ प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में सफलता की चुनौती बढ़ गई है। राज्य सरकार निःशुल्क कोचिंग के माध्यम से ऐसे छात्रों को बैंकिंग, एमपीपीएससी, एसएससी और अन्य परीक्षाओं की तैयारी का अवसर देकर उनके सपनों को साकार करने का प्रयास कर रही है। यह कदम न केवल शिक्षा का विस्तार करेगा, बल्कि छात्रों को आत्मनिर्भर बनने की राह भी दिखाएगा।
उन्होंने कहा कि यह सुविधा उन्हें शिक्षा के माध्यम से समाज की मुख्यधारा से जुड़ने और जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का अवसर प्रदान करेगी। श्रीमती उईके ने इस पहल को समाज के लिए एक बड़ा कदम बताते हुए कहा कि शिक्षा हर बच्चे का अधिकार है और सरकार इसे सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह निःशुल्क कोचिंग भवन छात्रों को ज्ञान और आत्मविश्वास के नए आयाम देगा। सरकार की इस पहल ने समाज के कमजोर वर्गों के लिए सशक्तिकरण और समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। उन्होंने इसे वंचित वर्गों के बच्चों के लिए न केवल एक सुविधा, बल्कि उनके उज्ज्वल भविष्य की नींव बताया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।