नवभारत न्यूज
दमोह. कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर के निर्देश पर राजस्व वसूली में जिला प्रशासन ने अब सख्ती दिखाना प्ररम्भ कर दिया हैं, एक ओर बकायादारों को नोटिस जारी कर उनसे राजस्व शुल्क की मांग की जा रही है तो दूसरी ओर उसके बाद भी राजस्व ना देने वाले लोगों पर नियमानुसार प्रशासन की टीम कार्यवाही भी कर रही है.
*नजूल विभाग ने सूचना के साथ लगाया ताला*
इसी क्रम में बुधवार को सिंधी कैंप क्षेत्र में स्थित एक परिसर में नजूल विभाग ने कार्यवाही करते हुए तालाबंदी की कर दी. जानकारी अनुसार नजूल सीट क्रमांक 51 के प्लॉट क्रमांक 14/106अ के करीब 33006 वर्ग फीट रकबे पर रेखा राहुल रोहित सहजवानी के नाम दर्ज है। उक्त रकबे पर एक बड़ी इमारत का निर्माण कर उसमें रिलायंस स्मार्ट बाजार सहित एक कपड़े की दुकान संचालित की जा रही है. इसके बाद भी संपत्ति का नजूल विभाग द्वारा लिया जाने वाला भू भाटक लंबे समय से बकाया था. इसके संबंध में कई बार नोटिस भेज कर मांग भी की गई लेकिन राशि जमा नहीं की गई. इस कार्रवाई में तहसीलदार मोहित जैन, राजस्व निरीक्षक निलेश मिश्रा, गौरी शंकर अहिरवार और पटवारी किशोर यादव विशेष रूप से मौजूद थे.
*समय सीमा निकालने के बाद कार्यवाही*
जानकारी अनुसार उक्त बकाया राशि की मांग के लिए 3 दिसंबर 2024 को नजूल विभाग द्वारा संबंधितों को पत्र जारी कर राशि जमा करने की मांग की गई थी और उसके लिए समय सीमा भी 09 दिसंबर 2024 सोमवार तक निर्धारित की गई थी परंतु उक्त समय सीमा तक कोई भी चालान नजूल विभाग को जमा नहीं किया गया.जिसके बाद बुधवार सुबह तहसीलदार मोहित जैन के नेतृत्व में नजूल अमला कार्यवाही के लिए पहुंचा और दुकानों की शटर पर सूचना चिपकाते हुए विभाग ने अपना ताला लगा दिया. ताला लगाए जाने के बाद यहां संचालित होने वाले प्रतिष्ठानों के कर्मचारी काफी देर तक बाहर ही खड़े रहे और कार्यवाही को देखते रहे.
*कार्यवाही के बाद नवभारत द्वारा खबर सोशल मीडिया पर शेयर किए जाने के बाद जमा किया गया शुल्क*
जहां एक और लंबे समय से देनदारी की मांग किए जाने के बाद भी राशि जमा नहीं किया जा रही थी. वहीं प्रशासन की कार्यवाही और नवभारत द्वारा सोशल मीडिया पर खबर शेयर किए जाने पर तालाबंदी के बाद आनन-फानन में उक्त संपत्ति से जुड़े लोगों ने राजस्व शुल्क का भुगतान ऑनलाइन कर दिया गया.उक्त संपत्ति के लिए 56 हजार 553 रुपए का शुल्क कार्यवाही के बाद जमा कराया गया है.कार्यवाही के दौरान नजूल अधिकारियों ने स्पष्ट किया है की आगे भी ऐसे बकायादारों के विरुद्ध कार्रवाई जारी रहेगी. सभी से राजस्व बसूली भुगतान की मांग की जा रही है और उसके बाद नजूल विभाग अपनी कार्यवाही कर रहा है. आगे भी इस तरह की कार्यवाहियां जारी रहेगी.
*मप्र हाउसिंग बोर्ड की जमीन का अतिक्रमण हटाया गया*
मप्र हाउसिंग बोर्ड की जमीन पर किये गये अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही तहसीलदार मोहित जैन द्वारा की गई. तहसीलदार मोहित जैन ने कहा कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर के निर्देश पर लगातार दमोह में अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जा रही है. इसी क्रम में बुधवार को मप्र हाउसिंग बोर्ड की जमीन जिस पर पिछले कई वर्षों से 4 से 5 व्यक्तियों ने मकान बनाकर कब्जा किया हुआ था. जिसमें बिहारी लाल पटेल, सेवा बाई, शेर खान और शेरू खान जिन्होंने कई वर्षों से मकान बनाकर यहां पर कब्जा किया हुआ था.हाउसिंग बोर्ड के कार्यपालन यंत्री श्री बाथम के पत्र अतिक्रमण हटाने के लिए आये थे. कलेक्टर कोचर के निर्देशानुसार यहां से बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई है. उन्होंने बताया पहले से ही बेदखली आदेश न्यायालय से जारी किया गया था, पहले नोटिस देकर जवाब लिए गए थे, जवाब समाधान कारक नहीं थे. जिस पर बेदखली आदेश पारित करके आज यहां पर यह कार्रवाई की गई है. यहां पर लगभग 1 एकड़ जमीन कमर्शियल उपयोग की है, स्कूल के लिए हाउसिंग बोर्ड ने आरक्षित की हुई है, इसकी बाजारू कीमत लगभग 2 करोड़ 66 लाख रुपए है.इस दौरान आरआई गौरी शंकर अहिरवार, पटवारी किशोर यादव सहित पुलिस बल मौजूद रहा.
*बाजारू कीमत करीब 1 करोड़ रूपए का अवैध अतिक्रमण हटाया*
इसी तरह तहसीलदार मोहित जैन ने बताया कि मारुताल स्थित कोटातला खसरा नंबर 8 प्राइमरी स्कूल के सामने आकाश राजपूत के द्वारा एक पक्की दुकान और पांच और गुमटियां/टापरा रखकर अवैध अतिक्रमण किया गया था, जिसे कलेक्टर श्री कोचर के निर्देशन में अवैध अतिक्रमण जेसीबी मशीन के माध्यम से और पुलिस बल की मौजूदगी में हटाया गया.जिसकी बजारू कीमत करीबन एक करोड़ रूपए तहसीलदार श्री जैन द्वारा बताई गई है. यह अवैध अतिक्रमण हटाने में थाना प्रभारी देहात निरिक्षक मनीष कुमार, चौकी प्रभारी एएसआई आनंद कुमार, प्रधान आरक्षक सचिन नामदेव, नंदलाल,आरक्षक जितेंद्र, सैनिक महफूज,आरआई गौरी शंकर अहिरवार, पटवारी किशोर यादव मौजूद रहे. शांतिपूर्ण तरीके से यह अवैध अतिक्रमण हटाया गया है.