दुनिया में 15 से 49 वर्ष के आयु वर्ग के पांच में एक व्यक्ति जननांग हर्पीज से संक्रित: डब्ल्यूएचओ

जिनेवा (स्विट्जरलैंड), 11 दिसंबर (वार्ता) विश्व भर में 15 से 49 वर्ष की आयु के लगभग 84.6 करोड़ लोग जननांग हर्पीज के संक्रमण से पीड़ित हैं।

बुधवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में इस आयु वर्ग के पांच में एक व्यक्ति इस रोग से ग्रसित है और सालाना 4.2 करोड़ नए लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। ज्यादातर मामले में बहुत कम लक्षण दिखाई देते हैं। कुछ लोगों में हालांकि, दर्दनाक जननांग घाव और छाले पैदा करते हैं। अनुमानों के अनुसार, 2020 में 15 से 49 वर्ष की आयु के 20.0 करोड़ से अधिक लोगों को ऐसे लक्षण संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ा। ‘सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन’ पत्रिका में प्रकाशित शोध के अनुसार हर्पीज वायरस के प्रतिकूल स्वास्थ्य प्रभावों को कम करने और इसके प्रसार को नियंत्रित करने के लिए नए उपचार और टीकों की आवश्यकता है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) में वैश्विक ‘ह्यूमन इम्यूनो डेफिशियेंसी वायरस’ एचआईवी, हेपेटाइटिस और यौन संचारित संक्रमण कार्यक्रमों की निदेशक डॉ. मेग डोहर्टी ने कहा, “हालांकि जननांग हर्पीज के संक्रमण वाले अधिकांश लोगों में कुछ लक्षण दिखाई देते हैं, लेकिन इतने सारे संक्रमणों के साथ यह हर्पीज अभी भी दुनिया भर में लाखों लोगों के लिए दर्द और परेशानी का कारण बनता है और पहले से ही स्वास्थ्य प्रणालियों पर बोझ बढ़ा रहा है।” उन्होंने कहा, “हर्पीज के संचरण को कम करने के लिए बेहतर रोकथाम और उपचार विकल्पों की तत्काल आवश्यकता है और यह एचआईवी के संचरण को कम करने में भी योगदान देगा।” मौजूदा समय में हर्पीज का कोई इलाज नहीं है, हालांकि उपचार लक्षणों से राहत दे सकते हैं। हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस (एचएसवी) के दो प्रकार हैं, जिन्हें एचएसवी-1 और एचएसवी-2 के रूप में जाना जाता है। दोनों ही जननांग हर्पीज का कारण बन सकते हैं। अनुमानों के अनुसार, 2020 में 52.0 करोड़ लोगों में जननांग हर्पीज-2 से ग्रसित थे, जो यौन संपर्क के कारण फैलता है।

सार्वजनिक स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से जननांग एचएसवी-2 अधिक गंभीर है, क्योंकि यह बार-बार होने वाले प्रकोपों ​​का कारण बनता है, जो लगभग 90 प्रतिशत लक्षणात्मक प्रकरणों के लिए जिम्मेदार है, और एचआईवी होने के खतरों को तीन गुना बढ़ा सकते हैं। एचएसवी-2 के विपरीत, एचएसवी-1 मुख्य रूप से बचपन में लार या मुंह के आस-पास त्वचा से त्वचा के संपर्क के माध्यम से फैलता है, जिससे ओरल हर्पीज होता है, जिसमें कोल्ड सोर या मुंह के छाले सबसे आम लक्षण हैं। जिन लोगों को हालांकि पहले से संक्रमण नहीं हुआ है, उनमें किशोरावस्था या वयस्कता में जननांग संक्रमण का कारण बनने के लिए यौन संपर्क के माध्यम से एचएसवी-1 प्राप्त हो सकता है। अनुमान है कि 2020 में लगभग 37.6 करोड़ लोगों को गुप्तांग एचएसवी -1 संक्रमण हुआ है। इनमें से 05.0 करोड़ लोगों को एचएसवी-2 होने का अनुमान है, क्योंकि एक ही समय में दोनों प्रकार के संक्रमण हो सकते हैं। कंडोम का सही और लगातार उपयोग हर्पीज संचरण के जोखिम को कम करता है। सक्रिय लक्षणों वाले लोगों को अन्य लोगों के साथ यौन संपर्क से बचना चाहिए, क्योंकि हर्पीज का सबसे अधिक संक्रामक उस समय होता है, जब घाव मौजूद होते हैं।

डब्ल्यूएचओ अनुशंसा के अनुसार जननांग हर्पीज के लक्षणों वाले लोगों को एचआईवी परीक्षण की सलाह दी जानी चाहिए और यदि आवश्यक हो, तो एचआईवी की रोकथाम के लिए प्री-एक्सपोज़र प्रोफिलैक्सिस भी दिया जाना चाहिए।

 

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