सारंग को मारकर छोटू पर हुए हमले का लिया बदला
जबलपुर। गैंगस्टरों में वर्चस्व की लड़ाई नेताजी सुभाष चंद्र बोस केंद्रीय कारागार जबलपुर (सेंट्रल जेल) तक जा पहुंंची है। जेल में सजा काट रहे शहर के दो कुख्यात बदमाश फिर भिड़ गए। बहस के बाद मारपीट तक पहुंची लड़ाई हमले तक पहुंच गई। जेल मेें हुए कैदियों के बीच संघर्ष से हडक़ंप मच गया। सूचना मिलते ही जेल अधिकारी, सुरक्षा कर्मी मौके पर पहुंच गए थे और दोनों कैदियों को अलग किया।
विदित हो कि केंद्रीय जेल में तिलवारा निवासी संजय उर्फ सारंग धारा 307 के अपराध में जेल में बंद है जबकि छोटू चौबे हत्या, हत्या के प्रयास में सजा काट रहा। दोनों में वर्चस्व की भी लड़ाई है। 13 मई को संजय सारंग और छोटू के बीच विवाद हुआ था जो मारपीट तक पहुंच गया था। सारंग ने एक लोहे की पट्टी से छोटू के कान पर हमला कर दिया था इस घटना में छोटू चौबे को चोट आई थी।
इसके बाद गैंगस्टरों में वर्चस्व की लड़ाई के चलते नेताजी सुभाष चंद्र बोस केंद्रीय कारागार जबलपुर (सेंट्रल जेल) में गैंगवार का खतरा बढ़ गया था। एक दूसरे की जान के दुश्मन बन चुके गैंगस्टरों और उनके गुर्गों में गैंगवार होने की आशंका के मद्देनजर जेल प्रशासन ने बड़ा निर्णय लेने के साथ गैंगस्टर छोटू चौबे को बड़वानी तो कुख्यात अपराधी सारंग को उज्जैन जेल में शिफ्ट किया था। दोनों गैंग के कुछ बदमाशों को पुनः जबलपुर जेल में स्थानांतरित किया गया था। जेल सूत्रों के अनुसार ऋतिक तामिया ने अपने बॉस छोटू चौबे पर हुए पिछले हमले का बदला लेने के उद्देश्य से संजय सारंग पर ब्लेड से हमला किया है। संजय सारंग को जेल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि ऋतिक तामिया को बैरक में बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही दोनों की निगरानी भी बढ़ा दी गई
चौबे पर 29, संजय पर 10 से अधिक अपराध दर्ज-
बदमाश छोटू चौबे खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, बलवा, अवैध वसूली, आम्र्स एक्ट, घर में घुसकर मारपीट, तोडफ़ोउ़ के 29 अपराध दर्ज है तो सारंग पर 10 से अधिक अपराध दर्ज है। छोटू 2222 नंबर से गैंग चलाता है और सारंग 4141 नंबर से गैंग संचालित करता है।
इनका कहना है
दो कैदियों के बीच झूमाझपटी हुई है मामूली मारपीट है तुरंत ही दोनों को अलग कर दिया गया था जेल में दोनों की निगरानी बढ़ा दी गई है।
मदन कमलेश, उप जेल अधीक्षक