चितरंगी :सोन नदी में नहाने के दौरान डूबे बेटे के इंतजार में मां-बाप की आंखें पत्थर आ गई है। करीब 30 घंटे से ज्यादा वक्त से ज्यादा समय बीत चुका है। लेकिन प्रशासन के हाथ खाली है।जहां निराश व हताश माता-पिता ने पुलिस व प्रशासन से शीघ्र अपने लाड़ले को लाने की मांग की हैं। इस बीच पड़ोसी जिले सीधी से एसडीआरएफ की टीम वोट के माध्यम से लगातार तलाश कर रही है। लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिली है। वही प्रशासन परिजनों को आश्वासन दे रही है कि हम लगातार गोताखोरों की मदद से बेटे की तलाश कर रहे हैं। गौरतलब है कि गुरुवार के दिन चितरंगी थाना क्षेत्र के ग्राम बर्दी के सोन नदी मेंं डूबे प्रधान की तलाश शुक्रवार की सुबह शुरू हुई।
सीधी से आईएनडीआरएफ की टीम ने एक वोट पानी उतारी और जहां प्रधान डूबा था वहीं से खोजना शुरू किया। एसडीआरएफ की टीम पानी की लहरें जिधर बह रही थी उसी तरफ लगातार दुबे प्रधान को तलाशी रही। इस दौरान परिजनों सहित गांव की ही लोग मौजूद रहे। थाना प्रभारी शेषमणि पटेल के साथ भारी पुलिस फोर्स मौजूद रहा। इस बीच जवान बेटे की मौत के बाद पूरे परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है। मां-बाप की आंखें रो-रो कर पत्थरा गई है। उन्हें यह विश्वास नहीं हो पा रहा कि जो बेटा कल तक साथ में रहता था आज वह नहीं है।
ऐसे हुआ था हादसा
बता दें कि ग्राम मुड़पेली कला के प्रधान विश्वकर्मा पिता रामाधार विश्वकर्मा उम्र 15 वर्ष अपने बड़े भाई शिवराज सहित अन्य साथियों के साथ नहाने गया था। इस बीच प्रधान तेज लहरों के साथ गहरे पानी में फस गया। इस बीच शिवराज ने हल्ला-गुहार मचाते हुए अपने भाई को बचाने का प्रयास किया तो वह भी डूबने लगा। कुछ दूरी पर स्थानीय लोग नहा रहें थे। शोर-शराबा एवं हल्ला-गुहार मचाने पर स्थानीय लोग किसी तरह शिवराज को बचा लिये। लेकिन प्रधान तेज लहरों के साथ बह गया। लोग उसे नहीं बचा पाए। प्रधान के डूबने की जानकारी चितरंगी पुलिस को दी गई। जहां पुलिस और स्थलीय लोगों की मदद से युवक की तलाश शुरू की। लेकिन युवक नहीं मिला। आज पुलिस ने युवक की गुमशुदा की मामला दर्ज करते हुए गोताखोरों की मदद से तलाश कर रही है।