उज्जैन। तहसील माकड़ोन में बुधवार को जिला प्रशासन ने झोलाछाप डॉ. तरुण गोलकर का क्लीनिक सील कर दिया। डॉक्टर पर बच्ची के इलाज में लापरवाही का आरोप है। गलत इंजेक्शन देने से बच्ची का लिवर डैमेज हो गया था। नवभारत से चर्चा में विष्णु बैरागी ने बताया कि उनकी बेटी अंजलि का इलाज माकड़ोन के डॉक्टर तरुण गोलकर ने इलाज किया था। इंजेक्शन और बोतल लगाई थी। लेकिन अगले दिन बच्ची की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। इसके बाद अंजलि के पेट में तेज दर्द उठा और उसे दिखना भी बंद हो गया। माकड़ोन के दूसरे डॉक्टरों ने बताया कि इस बच्ची की हालत खराब है ऐसे में उज्जैन में दूसरे अस्पताल में इलाज कराया। बाद में अंजलि के पिता ने डॉ. तरुण गोलदार पर इलाज में लापरवाही के आरोप लगाते हुए शिकायत की। विधायक से लेकर सांसद और एसडीएम से लेकर कलेक्टर तक आवेदन दिए गए और अब जाकर बुधवार को माकड़ोन में डॉ. गोलकर का क्लीनिक सील किया गया।