महाकाल मंदिर द्वारा संचालित हरसिद्धि धर्मशाला को बनाया निशाना
पंडित सूर्य नारायण व्यास के नाम पर की गई ठगी की वारदात
धर्मशाला संचालक बोले हमारे यहां नहीं होती ऑनलाइन बुकिंग
उज्जैन: ऑनलाइन की सुविधा श्रद्धालुओं के लिए दुविधा बनता जा रही है. देश-विदेश से उज्जैन आने वाले श्रद्धालु ट्रेवल्स से लेकर होटलों तक की बुकिंग ऑनलाइन जब करते हैं तो उनके साथ ठगी की वारदातें इन दिनों हो रही है.दरअसल शनिवार को ऐसा ही एक मामला ठगी का सामने आया है जिसमें महाकाल मंदिर द्वारा संचालित पण्डित सूर्य नारायण व्यास धर्मशाला के नाम पर एक बार फिर श्रद्धालुओं के साथ ठगी की गई हैं.
मुंबई के भक्तों से ठगी
नवभारत से चर्चा में पीड़ित मुंबई निवासी राजीव जुवेकर ने बताया कि 11 नवम्बर को वेब साइट 222.ह्यह्वह्म्ड्ड4ड्डठ्ठह्म्ड्ड4ड्डठ्ठ14ड्डह्यस्रद्धड्डद्वह्यद्यड्ड.द्बठ्ठ पर धर्मशाला देखकर मोबाइल नंबर 8349780582 पर संपर्क किया. सामने वाले कॉलर ने अपना नाम विनोद बताया. उससे हमने दो दिन 21 और 22 नवंबर के लिए धर्मशाला में कमरा देने की बात कही. उन्होंने 1500-1500 के साथ 100 रुपए ऑनलाइन मोबाइल नंबर पर पेमेंट करवा लिया. कमरा बुक होने का कंफर्मेशन दे दिया.
धर्मशाला की कोई वेबसाइट नहीं
इस मामले में जब नवभारत द्वारा महाकाल मंदिर से लेकर हरसिध्दि धर्मशाला के जिम्मेदारों से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि पण्डित सूर्य नारायण व्यास के नाम से कोई वेबसाइट हमने लॉन्च नहीं की है. यह फर्जी वेबसाइट है और जिन्होंने श्रद्धालुओं से रुपए ठगे हैं वह भी फर्जी है. थाने में शिकायत करके कार्रवाई श्रद्धालुओं को करवाना चाहिए हरसिद्धि धर्मशाला के लिए ऑनलाइन बुकिंग नहीं ली जाती है.
इसी धर्मशाला के नाम पहले भी ठगी
5 नवंबर को भी महाराष्ट्र से आई तीन श्रद्धालु महिलाओं को इसी हरसिध्दि धर्मशाला के नाम पर ठगा गया है. उस दौरान 6000 रुपए महिला श्रद्धालुओं ने धोखाधड़ी करने वाले युवक के नंबर पर ट्रांसफर किए. श्रद्धालु जब हरसिद्धि धर्मशाला पहुंचे तो वहां उन्हें रूम बुकिंग नहीं होने की बात सामने आई. ऐसे में उक्त महिला श्रद्धालुओं को रेलवे स्टेशन पर खुले आसमान के नीचे रात बिताना पड़ी.
जांच की जा रही है
मुंबई से आए श्रद्धालुओं ने पंडित सूर्य नारायण व्यास के नाम पर बनाई गई वेबसाइट से लेकर एक मोबाइल नंबर पर चर्चा कर रुपए डालने का उल्लेख शिकायत में किया. पूरे मामले की जांच की जा रही है,दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.
– नरेंद्र परिहार, टीआई महाकाल थाना