महाकाल नगरी में होगी अब स्वास्थ्य सुविधाएं भीः सीएम

प्रदेश की पहली मेडिसिटी का मुख्यमंत्री ने किया भूमि पूजन

550 बेड का अस्पताल बनेगा, 150 विद्यार्थियों को दी जाएगी शिक्षा

 

नवभारत से चर्चा में बोले आयुर्वेद, एलोपैथी, होम्योपैथी चिकित्सा एक ही छत के नीचे मिलेगी

 

भूपेन्द्र भूतड़ा/ प्रमोद व्यास

उज्जैन. 58 साल पुरानी मांग हमने न सिर्फ मंजूर की है बल्कि कांग्रेस इसे अब तक नहीं कर पाई जिसे भाजपा सरकार ने भूमि पूजन कर यह सौगात दी है. 14.97 एकड़ की जमीन पर 592.3 करोड़ की लागत से 550 बेड की क्षमता वाला यहां अस्पताल बनेगा, 150 मेडिकल छात्रों को चिकित्सा की शिक्षा प्रदान की जाएगी. साथ ही 14 मंजिला हॉस्टल और 6 मंजिला अस्पताल का निर्माण इस मेडिसिटी के माध्यम से किया जाएगा.

यह बात मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कही. उन्होंने गुरुवार को मेडिसिटी का भूमिपूजन किया इस अवसर पर उन्होंने नवभारत से विशेष चर्चा भी की. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने चर्चा में बताया कि और यह बड़ी प्रसन्नता की बात है कि महाकाल की नगरी में अब स्वास्थ्य सुविधाएं भी होगी. यहां पर 330 कैपेसिटी का नर्सिंग हॉस्टल और गर्ल्स बॉयज हॉस्टल, लाइब्रेरी पार्किंग जिम्नेशियम फुट ओवर ब्रिज भी बनाए जाएंगे. देशभर के लोग उज्जैन में आकर अब सुलभता से इलाज कर सकेंगे. इस मेडिकल कॉलेज में आयुर्वेद, एलोपैथी, योग, होम्योपैथिक की सुविधा भी एक ही छत के नीचे मिलेगी.

 

 

 

केसरिया झंडी दिखाकर लड्डू वाहन किया रवाना

 

पूरे देश में यह पहला अवसर था जब 21 नवंबर को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने हरे रंग की बजाय केसरिया रंग की झंडी दिखाकर नवाचार प्रस्तुत किया है. देश भर में जहां तमाम ऐसे नाम को बदला जा रहा है, जो या तो आक्रांताओं के जमाने से प्रचलन में थे या फिर अंग्रेजों के दिए हुए नाम है.अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने गुरुवार को हरे रंग की झंडी के बजाय केसरिया रंग की झंडी दिखाकर उज्जैन महाकाल मन्दिर से अयोध्या जाने वाले लड्डू वाहन को रवाना किया.

नवभारत से चर्चा में महाकाल मंदिर के प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि 5 लाख लड्डू महाकाल मंदिर से उसे दौरान भेजे गए थे जब 22 जनवरी 2024 को श्री रामलला के मंदिर का लोकार्पण होने वाला था, अब यह दूसरा संयोग है. जब महाकाल मंदिर से 1 लाख 11 हजार 111 लड्डू अयोध्या होते हुए जनकपुर नेपाल जाएंगे, जहां पर भगवान श्री राम सीता विवाह उत्सव में यह लड्डू वितरित होंगे.

 

प्रशासक बोले हरे रंग का क्या काम

महाकाल मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ ने केसरिया रंग के झंडे पर कहा कि सनातन संस्कृति में केसरिया रंग का अपना एक धार्मिक महत्व है और बाबा महाकाल के मंदिर में जो लड्डू प्रसाद बनता है वह भगवान श्री रामलला की नगरी अयोध्या जा रहा है, वहां से माता सीता की नगरी नेपाल जाएगा ऐसे में हरे रंग का यहां क्या काम है. यही नवाचार है कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने केसरिया रंग की झंडी दिखाकर लड्डू वाहन को रवाना किया है.

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