एप पर फर्जी शेयर ट्रेडिंग, प्रॉफिट भी फेक शो करा देते थे जालसाज
भोपाल/मंदसौर। स्टेट साइबर सेल की उज्जैन यूनिट ने मंदसौर के शामगढ़ में एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। यहां की पंजाबी कॉलोनी के किराए के मकान में ये सेंटर लंबे समय से चल रहा था। जामताड़ा गैंग की तर्ज पर इस कॉल सेंटर से हर लडक़ी रोजाना 100-150 लोगों को कॉल करती थीं। जो झांसे में फंसा, उसे फर्जी शेयर ट्रेडिंग एप डाउनलोड करवाकर मुनाफे का लालच दिया जाता था।
यह एक ऐसा एप है, जिसमें जालसाज फेक ट्रेडिंग शो करवाकर मुनाफा भी फर्जी ही शो करवाते हैं। टीम ने यहां से 4 /लडक़े और 17 लड़कियों को पकडक़र उनसे 40 मोबाइल और फर्जी नाम-पते से खुले 30 सिमकार्ड जब्त किए हैं।
एडीजी योगेश देशमुख ने बताया कि पता चला था कि शामगढ़ में रोजाना एक किराए के मकान में कुछ लड़कियां मुंह ढंककर आती हैं और अंदर से फोन पर बातचीत की आवाजें आती हैं। टीम ने गुरुवार दोपहर जब रेड की तो यहां एक कॉल सेंटर संचालित हो रहा था। मंदसौर एसपी अभिषेक आनंद ने बताया कि स्थानीय टीम जांच में पूरा सहयोग कर रही है। अभी नाम सामने नहीं आए हैं।
फर्जी डायमंड रिसर्च कंपनी बनाई… डीआईजी साइबर मो. यूसुफ कुरैशी ने बताया कि जालसाजों ने शेयर बाजार में निवेश कराने का झांसा देने डायमंड रिसर्च कंपनी बनाई थी। इसका एप एल्गो ट्रेडिंग के नाम से है। लोगों को 10 हजार रुपए के निवेश पर रोजाना 5-7त्न मुनाफा देने का लालच देते थे।
जो भी निवेश करता था, उसे फर्जी नाम-पते से खुले बैंक खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिया जाता था। इस सेंटर से हजारों लोगों को ठगे जाने की आशंका है। ऑनलाइन ट्रांजेक्शंस की तकनीकी जांच की जा रही है। ये भी पता लगाया जा रहा है कि ठगी के लिए कितने बैंक खातों और सिमकार्ड का इस्तेमाल हुआ है।
एडवाइजरी
शेयर मार्केट में अज्ञात व्यक्ति के कॉल की जांच किए बिना निवेश न करें।
निवेश भरोसेमंद एप से ही करें।
ठगी की कोई घटना होने पर अपने नजदीकी थाने पर रिपोर्ट करें।