धार/संजय वाजपेई
भगवान बिरसा मुंडा की जयंती जनजाति गौरव दिवस के रूप मे मनाया गया। राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस अवसर पर धार जिले के लिये 334 करोड़ रुपए से अधिक लागत के विकास कार्यों की सौगातें दी।
इसमें से 217.66 करोड़ रुपए लागत के 33 कार्यों का लोकार्पण तथा 116. 70 करोड रुपए लागत के 24 कार्यों का भूमि पूजन किया गया। धार, धरमपुरी विधानसभा क्षेत्र के विजन डाक्यूमेंट-2047 और सिकलसेल उन्मूलन के संबंध में जारी विशेष डाक टिकट का विमोचन भी किया गया। इसी तरह वन अधिकार अधिनियम के संबंध में तैयार एफआरए एटलस का शुभारंभ भी किया गया।
*भीली भाषा में अनुवादित रामायण की अनमोल कृति अतिथियों को भेंट*
मुख्य अतिथि मंगुभाई पटेल और डॉ. मोहन यादव ने जनजातीय वर्ग द्वारा उत्पादित सामग्री की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने विक्रेताओं एवं उत्पादकों से चर्चा भी की। कार्यक्रम में विभिन्न योजनाओं के तहत हितग्राहियों को हितलाभ का वितरण भी किया गया। अतिथियों का स्वागत पारम्परिक रूप से पगड़ी एवं बंडी पहनाकर किया गया। साथ ही सम्मान स्वरूप उन्हें जनजाति प्रतीकों तीर कमान आदि भी भेंट किये गये। अतिथियों को भानू शंकर गहलोद द्वारा भीली भाषा में अनुवादित रामायण की अनमोल कृति भी भेंट की गई। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में जनजातीय वर्ग के लोगों ने पूर्ण आस्था और श्रद्धा के साथ हिस्सा लिया।
*इन्हें मिला जनजातीय गौरव सम्मान*
राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने समारोह में समाज सेवा, चिकित्सा, कला आदि क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले जनजाति समाज के व्यक्तियों को जनजातीय गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। इनमें अंगदान करने वाले दानदाता के माता पिता श्री धन सिंह एवं सुन्दरी बाई, सरदारपुर के फ़ुटबॉल प्रशिक्षक शैलेन्द्र, ड्रोन इंजन बनाने वाले प्रीतम जामोद की माता देवकी जामोद, बाग की सैकड़ीबाई, अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. भारत सिंह निनामा शामिल हैं।
राज्यपाल शमंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्यक्रम स्थल में जनजातीय नायकों के योगदान पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। उन्होंने कार्यक्रम में दिव्यांगजनों को बैटरी चालित ट्राई साइकिल भी प्रदान की।