भोपाल, 10 अप्रैल (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी निर्वाचन के लिये शिकायतों के निराकरण की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने तथा निर्वाचन सबंधी अपराधों पर सख्ती से कार्रवाई के निर्देश दिये हैं।
श्री राजन ने कहा कि निर्वाचन सबन्धी शिकायतों का गुणवत्ता पूर्ण निराकरण हो इसके लिये जिला निर्वाचन अधिकारियों को समय-समय पर इनकी मॉनिटरिंग करनी होगी। उन्होंने गर्मियों को देखते हुये मतदान केंद्रों पर जरूरी व्यवस्थायें करने तथा सेक्टर अधिकारियों के पास मेडिकल किट एवं दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये हैं।
उन्होंने जबलपुर संभाग के जिलों में चल रही लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में निर्वाचन आयोग के नोडल अधिकारी पुलिस अंशुमान सिंह, सयुंक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश विवेक श्रोत्रिय, आयुक्त जबलपुर संभाग अभय वर्मा, पुलिस महानिरीक्षक अनिल कुशवाहा तथा संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक मौजूद थे। श्री राजन ने जबलपुर संभाग के जिलों की समीक्षा के बाद दोपहर को दूसरे सत्र में रीवा और शहडोल संभाग के जिलों में लोकसभा चुनाव की चल रही तैयारियों की समीक्षा की।
उन्होंने चेक पोस्ट पर और सख्ती बरतने तथा वाहनों की सघन तलाशी करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने मतदान के 48 घण्टे पूर्व की एसओपी का भी कड़ाई से पालन कराने के निर्देश दिये। उन्होंने वल्नरेबल और क्रिटिकल मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े उपाय करने की आवश्यकता पर जोर देते हुये कहा कि निर्वाचन आयोग ने अब आवश्यकता अनुसार बेवकास्टिंग के लिये कुल मतदान केन्द्रों की संख्या के 75 प्रतिशत के बराबर कैमरे लगाने की अनुमति प्रदान कर दी है। बेवकास्टिंग के लिये कैमरे मतदान केंद्र के भीतर और बाहर भी लगाये जा सकेंगे।