लवकुश और खजराना ब्रिज की एक एक भुजा का काम धर्म स्थलों के कारण रुक गया था, लेकिन भुजा का बाकी काम पूरा हो चुका था. धर्म स्थल शिफ्ट होते ही काम शुरू हो गया. अभी खजराना ब्रिज की एक भुजा बंगाली चौराहे से रोबोट चौराहे तक शुरू हो चुकी है. उक्त एक भुजा के शुरू होने से ही चौराहे पर यातायात का दबाव 70 प्रतिशत कम हो चुका है और ट्रैफिक जाम से लोगों को काफी हद तक राहत मिल गई है.
50 करोड़ की लागत से निर्माण
ध्यान रहे कि खजराना पर 600 मीटर लंबे ब्रिज की तीन-तीन लेन की दो भुजाओं को आईडीए द्वारा 50 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है. उक्त ब्रिज की दूसरी भुजा रोबोट चौराहे से बंगाली की तरफ उतरेगी, जो दिसंबर में शुरू हो जाएगी.