- गोवर्धन पर्वत बनाकर महिलाओं ने की पूजा-अर्चना, नवलपुरा में 21 फीट ऊंचे रावण के पुतले का किया दहन, इस बार नहीं चली हिंगोट
बड़वानी, (नवभारत)।
दीपावली पर्व आज रविवार को भाई दूज के साथ संपन्न होगा। वहीं शनिवार को पड़वा धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर घर-आंगन में गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाकर महिलाओं द्वारा सामूहिक रुप से पूजन-अर्चन किया गया। पशुपालकों ने अपने पशुधन को फूल, मालाओं और रंग-गुलाल आदि से आकर्षक सजाकर मिष्ठान खिलाए और उनका पूजन किया। ढोल-ताशे की धून पर बाजारों में घुमाया गया। इस अवसर पर युवा और बच्चों ने उत्साह पूर्वक जमकर पटाखे छोड़े।
पड़वा की शाम को शहर के नवलपुरा में 21 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया। शहर के नवलपुरा स्थित हनुमान मंदिर के सामने जय बजरंग सेवा समिति द्वारा बीते कई वर्षांे से पड़वा के दिन रावण दहन कर खुशियां मनाई जाती है। इस बार रावण दहन का 39वां वर्ष था। इस दौरान रावण दहन देखने बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए। पड़वा के दौरान शहर में आवश्यक वस्तुओं को छोडक़र शेष बाजार पूरी तरह बंद रहा। वहीं लोग पर्व का आनंद लेते और रिश्तेदार-परिचितों को पर्व की बधाईयां देने के लिए यहां आवाजाही करते नजर आए। युवाजन घूमकर आतिशबाजी कर उत्साह प्रदर्शित करते नजर आए। लक्ष्मी पूजन के दूसरे दिन शुक्रवार की तरह शनिवार को भी पड़वा के दिन बसें कम संख्या में चली। इसके चलते बस स्टैंड सूना सूना नजर आया। इक्का-दुक्का बसों में भी सवारियों का टोटा रहा।
दीपावली की पड़वा पर धनगर समाज द्वारा शहर के अलग-अलग स्थानों पर सांकेतिक रुप से पाड़ा दंगल का आयोजन किया। दशहरा मैदान में पाड़ा दंगल के दौरान पशु पालक अपने-अपने पशुओं को फूल मालाओं से सजाकर पहुंचे और पटाखे फोडक़र उत्साह प्रदर्शित किया। इसी तरह कृषि मंडी के पीछे कुकरा बसाहट में भी पाड़ा दंगल देखने बड़ी संख्या में लोगों का हुजूम उमड़ा।
शहर के यादव समाज के प्रमुख तुलसीराम यादव (बिडारी परिवार) के निवास पर भगवान गोवर्धन के मंदिर में प्रति वर्ष अनुसार विधि-विधान से भगवान का पूजन-अर्चन कर महाआरती की। वहीं इसके बाद शाम को 6 बजे नवलपुरा स्थित यादव धर्मशाला में अन्नकूट प्रसादी का आयोजन हुआ। जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने शामिल होकर प्रसादी ग्रहण की।
पड़वा पर दिन के समय चलने वाली हिंगोट इस वर्ष नहीं चली। दीपावली के पूर्व से ही नागरिकों द्वारा इसे प्रतिबंधित कर चलन रोकने और पुलिस की सख्ती व हिंगोट बनाने-परिवहन करते लोगों की धरपकड़ के बाद शहर में हिंगोट नहीं चली। इस दौरान मुख्य बाजार में लोग दिन के साथ रात्रि में बेखौफ होकर आतिशबाजी कर पर्व का आनंद उठाते नजर आए। शनिवार दिनभर पुलिस चौक-चौराहों पर तैनात रही। वहीं गश्त टीम वाहनों से भ्रमण करती रही।