मामला मक्सी में पिछले माह हुए सांप्रदायिक विवाद का, मामले की जांच कर रही सीआईडी
शाजापुर, 19 अक्टूबर. 25 सितंबर को मक्सी में दो समुदाय के विवाद ने सांप्रदायिक रूप लिया था जिसमें एक व्यक्ति की गोली लगने से मौत हो गई थी वहीं आधा दर्जन गंभीर घायल हो गए थे. मक्सी में बीस दिन तक लगातार तनाव की स्थिति बनी थी लेकिन इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद भी किसी भी आरोपी काआम्र्स लायसेंस निलबिंत नहीं किया गया. हालांकि मामला अब पुलिस से लेकर सीआईडी को सौंप दिया गया है लेकिन सवाल यह है कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी आम्र्स लायसेंस अब तक निलबिंत क्यों नहीं किया गया.
गौरतलब है कि शाजापुर जिले में सितंबर का महीना विवाद का महीना कहा जा सकता है. मक्सी की घटना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है. मक्सी में एक छोटे से विवाद ने बड़ा रूप लिया और एक व्यक्ति की मौत हो गई. खुलेआम गोली चलाई गई लेकिन आज दिनांक तक किसी भी आरोपी का आम्र्स लायसेंस निलबिंत ना करना समझ से परे है. यूं तो छोटे छोटे विवाद में आम्र्स लायसेंस निलबिंत कर दिए जाते हैं लेकिन मक्सी में बड़ी घटना होने के बावजूद भी आम्र्स लायसेंस का निलबित ना होना प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठाता है.
मक्सी विवाद साबिर बाबा के परिवार से जुडता रहा
मक्सी में दो बार हुए सांप्रदायिक विवाद में साबिर बाबा के परिवार का नाम देखने को मिला है. 2010 के दंगे में साबिर बाबा के पुत्र की गोली लगने से मौत हुई थी वहीं 14 साल बाद 25 सितंबर को मक्सी विवाद में साबिर बाबा के दामाद अमजल खान की गोली लगने से मौत हुई. वहीं साबिर बाबा का एक पुत्र जुनैद गंभीर रूप से आज भी भर्ती है.
अनीस और समीर के विवाद में उलझ गए पटेल
मक्सी में 23 सितंबर को जो विवाद हुआ था वह विवाद अनीस खान और समीर के बीच हुआ था. समीर मेवाती के पक्ष में नगर पालिका अध्यक्ष पति और उनके परिजनों ने हस्तक्षेप कर अनीस खान के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. मामले में पुलिस ने अनीस खान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. दो समुदाय के आपसी विवाद के चलते ही 25 सितंबर को बड़ी घटना हो गई.अनीस खान और समीर दोनों ही अवैधानिक गतिविधियों में पहले साथ काम करा करते थे लेकिन बाद में दोनों के बीच विवाद हुआ जिससे समीर और अनीस अलग-अलग हो गए. समीर को पटेल का सरंक्षण मिल गया और यहीं से विवाद की स्थिति निर्मित हुई. समीर और अनीस के कारण ही विवाद हुआ.
सीआईडी के हवाले मक्सी विवाद…
मक्सी विवाद की घटना के बाद से ही पुलिस इस मामले को लेकर बैकफुट पर थी लेकिन अब इस पूरे मामले की जांच सीआईडी को सौंप दी गई है. सीआईडी ही घटना की जांच कर आरोपियों की गिरफ्तारी करेगी. अब देखना यह है कि सीआईडी घटना की जांच कब तक पूरी करती है और आरोपियों को कब तक गिरफ्तार करेगी. इस मामले में अभी तक दो आरोपी ही गिरफ्तार हो सके हैं जो जिला जेल में बंद है. शुरूआती जांच के दौरान सीआईडी ने मौका मुआयना किया है और इस मामले में पुलिस ने घटना की पूरी जांच डायरी सीआईडी को कुछ दिन पहले ही सौंप दी है.
इनका कहना है
पुलिस रिकॉर्ड में जो अपराधी है उनके आम्र्स लायसेंस निलबिंत करने का प्रस्ताव भेजा है. आगे की कार्रवाई उच्च अधिकारियों द्वारा की जाएगी.
-टीएस बघेल, अतिरिक्ति पुलिस अधीक्षक शाजापुर