राज्यपाल ने भेंट की हमारा राजभवन नामक पुस्तक भेंट
लखनऊ:मध्य प्रदेश के बर 202413 सदस्यीय एक मीडिया प्रतिनिधिमंडल ने भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) लखनऊ और भोपाल के तत्वाधान में उत्तर प्रदेश की संस्कृति, स्वच्छता प्रयासों और विकास परियोजनाओं का अध्ययन करने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश के दौरे पर आया हुआ है। इस दौरान दल ने 15 अक्टूबर को कई महत्वपूर्ण स्थलों जैसे आरडीएसओ, यूपी मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन का दौरा किया।
शिष्टाचार भेंट के दौरान महामहिम राज्यपाल ने प्रदेश में चल रहे विकास परियोजनाओं, स्वच्छता अभियानों और महिलाओं तथा बच्चों के कल्याण के लिए की जा रही पहलों के बारे में जानकारी साझा की। पत्रकारों ने उनसे प्रदेश की विशेष पहलों के बारे में भी चर्चा की। इस अवसर पर राज्यपाल ने मीडिया प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को हमारा राजभवन नामक पुस्तक भेंट कर अनुग्रहित किया।
मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के अधिकारियों से मुलाकात
पत्रकारों के दल ने लखनऊ मेट्रो का भी दौरा किया और यूपी मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के अधिकारियों से मुलाकात की। अधिकारियों ने मेट्रो संचालन, सुरक्षा उपायों और इसके आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर की जानकारी दी। पत्रकारों को मेट्रो के संचालन से जुड़े तकनीकी पहलुओं और यात्रियों की सुरक्षा को लेकर उठाए जा रहे कदमों के बारे में विस्तार से बताया गया। मेट्रो के ऑपरेटिंग कंट्रोल सिस्टम और सुरक्षा प्रणाली की जानकारी प्राप्त करने के बाद दल ने लखनऊ मेट्रो के विकास को सराहा।
आत्मनिर्भर भारत की अत्याधुनिक रेल टेक्नोलॉजी पर चर्चा
पत्रकार दल ने लखनऊ स्थित भारतीय रेल के अनुसंधान डिज़ाइन और मानक संगठन (RDSO) का दौरा किया। उदय बोरवणकर, महानिदेशक, आरडीएसओ ने मीडिया दल को आत्मनिर्भर भारत के तहत रेलवे के तकनीकी विकास के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि आरडीएसओ, आईआईटी और इंजीनियरिंग कॉलेजों के साथ मिलकर नए डिज़ाइन और आविष्कार कर रहा है, जिसमें ‘कवच टेक्नोलॉजी’ प्रमुख भूमिका निभा रही है। यह तकनीक रेलवे की सुरक्षा को और बेहतर बनाती है।
श्री बोरवणकर ने बताया कि कवच टेक्नोलॉजी के माध्यम से यात्रा को और अधिक सुरक्षित बनाया जा रहा है। उन्होंने बायो टॉयलेट सिस्टम की सफलता पर भी प्रकाश डाला, जिससे रेलवे पटरियों पर जंग लगना कम हुआ है और पर्यावरण को भी फायदा हुआ है। वर्तमान में सभी ट्रेनों में बायो टॉयलेट का उपयोग हो रहा है, जिससे स्वच्छता में भी सुधार हुआ है। उंन्होने बताया कि आरडीएसओ की प्रमुख उपलब्धियों में तेजस और वंदे भारत जैसी हाई-स्पीड ट्रेनों के लिए विकसित किया गया विश्व-स्तरीय ब्रेकिंग सिस्टम भी शामिल है। दौरे के दौरान
पत्र सूचना कार्यालय और केंद्रीय संचार ब्यूरो के निदेशक मनोज कुमार वर्मा और संयुक्त निदेशक दिलीप कुमार शुक्ल सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।