मंडला, 06 अप्रैल मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कांग्रेस पर आदिवासी समाज को मान सम्मान नहीं दिए जाने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार में आदिवासी समाज का मान सम्मान बढ़ाया है।
डॉ यादव ने जिले के बीजाडांडी में भाजपा प्रत्याशी फग्गन सिंह कुलस्ते के समर्थन में एक चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि श्री मोदी का प्रधानमंत्री बनना इसलिए जरूरी है, क्योंकि देश के अंदर आदिवासी समाज का मान-सम्मान अगर किसी ने बढ़ाया तो श्री मोदी ने बढ़ाया। कांग्रेस ने 70 सालों तक देश में सरकार चलाई लेकिन आदिवासी समाज के किसी भाई बहन को न मान दिया, न सम्मान दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा और श्री मोदी के नेतृत्व में आज देश को आदिवासी परिवार से राष्ट्रपति मिला है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू एक स्कूल में शिक्षिका थीं वो आज दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में सबसे बड़े पद पर सुशोभित हैं। यह प्रधानमंत्री श्री मोदी नेतृत्व का कमाल है जो सबका साथ सबका विकास के मंत्र को सार्थक कर रहे हैं। उन्होंने अपने संबोधन में श्री नरेंद्र मोदी को पुनः प्रधानमंत्री बनाने के लिए भाजपा को जिताने की अपील की।
डॉ यादव ने कहा कि यह क्षेत्र वीरांगना दुर्गावती और रानी अवंतीबाई की वीरता और पराक्रम से जाना जाता है। एक ने मुगलों के दांत खट्टे किए और दूसरे ने अंग्रेजों को ठिकाने लगाया। इस क्षेत्र की मिट्टी में ऐसा कुछ है जो शूरता, वीरता, बहादुर, पराक्रम और पुरुषार्थ की पराकाष्ठा करके नया इतिहास बनवाता है। यहां नर्मदावासी परिक्रमा करने आते हैं तो किसी के भी दरवाजे पहुंच जाए तो कोई भूखा नहीं जाता इसलिए वे सबको प्रणाम करते हैं इतना अच्छा रामराज कहीं मिलेगा तो अपने मंडला क्षेत्र में मिलेगा।
उन्होंने कहा कि पिछली विधानसभा चुनाव के समय भी जब श्री मोदी ने कहा, ‘एमपी के मन में मोदी और मोदी के मन में एमपी’। ये नारा ऐसा चला की कांग्रेस के चारों खाने चित्त हो गए। इस नारे को स्वीकार करते हुए 163 से ज्यादा सीट मिली और प्रचंड बहुमत से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी। केवल मध्यप्रदेश ही नहीं, प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जहां-जहां प्रचार किया चाहे वह छत्तीसगढ़ हो या राजस्थान में एक ही फूल खिला, उसका नाम है कमल का फूल।
डॉ यादव ने कहा कि सरकार बनने के बाद हमने फैसला किया कि मंडला में एक और मेडिकल कॉलेज देंगे। रानी दुर्गावती के नाम पर पहली कैबिनेट की मीटिंग हमने जबलपुर में की है। हमारी सरकार ने निर्णय किया है हेलीकॉप्टर उड़ाना बड़ी बात नहीं है, लेकिन हेलीकॉप्टर का उपयोग किसको होना चाहिए, लोकतंत्र में पहला अधिकार गरीबों, आदिवासियों का है। मरीज को भर्ती होने के बाद अगर कहीं दूसरे अस्पताल में ले जाना है या किसी बड़ी जगह ले जाना है अथवा आयुष्मान कार्ड के माध्यम से किसी का भी कोई मरीज भर्ती रहेगा तो हेलीकॉप्टर से बड़े अस्पताल में ले जाने का निर्णय हमारी सरकार ने किया।