पुलिस ने फैक्ट्री संचालक के गोदाम पर मारा छापा
फैक्ट्री से जब्त हुए 1814 करोड़ के ड्रग का मामला
भोपाल, 8 अक्टूबर. कटारा हिल्स स्थित बगरौदा की एक फैक्ट्री से जब्त हुए 1814 करोड़ की ड्रग के मामले में नए-नए खुलासे हो रहे हैं. मंगलवार को भोपाल पुलिस ने फैक्ट्री संचालक के ग्राम रापडिय़ा स्थित गोदाम पर छापा मारा, जहां से करीब 30 लाख रुपये कीमत का कच्चा माल जब्त किया गया है. इस कच्चे माल से ड्रग बनाई जाती तो उसकी कीमत करीब 300 करोड़ रुपए होती. एटीएस और एनसीबी की कार्रवाई के बाद भोपाल पुलिस हर स्तर पर मामले की जांच कर रही है. जानकारी के अनुसार तीन दिन पहले एनसीबी दिल्ली और एटीएस गुजरात की संयुक्त टीम ने औद्योगिक क्षेत्र बगरौदा स्थित प्लाट नंबर 63 पर चल रही फैक्ट्री पर छापा मारा था. टीम को यहां से 1814 करोड़ रुपये कीमत की करीब 900 किलोग्राम ड्रग मिली थी. इसके साथ ही करोड़ों रुपये कीमत का कच्चा माल जब्त किया गया था. इस मामले में फैक्ट्री संचालक कमला नगर भोपाल निवासी अमित चतुर्वेदी और उसके साथी नासिक महाराष्ट्र निवासी सान्याल बाने को गिरफ्तार किया गया था. मामले से जुड़े तीसरे आरोपी हरीश आंजना को मंदसौर से पकड़ा गया था. जांच के दौरान हुआ गोदाम का खुलासा प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि अमित चतुर्वेदी ने ग्राम रापडिय़ा में एक गोदाम किराए पर लिया है, जहां से वह रात के समय कुछ सामान फैक्ट्री लेकर जाता था. पुलिस ने जब जानकारी जुटाई तो पता चला कि अमित चतुर्वेदी ने विष्णु पाटीदार निवासी ग्राम रापडिय़ा का एक गोदाम शुभम वेयर हाउस के सामने, गणेश मार्केट की दुकान नंबर 6 रापडिय़ा चौराहे पर किराए से ले रखा है. मंगलवार को अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अवधेश गोस्वामी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने भूमि स्वामी विष्णु पाटीदार के समक्ष गोदाम का ताला तुड़वाकर देखा, तो अंदर केमिकल के भरे हुए तमाम ड्रम मिले. पुलिस ने पूरा सामान जब्त करने के बाद गोदाम को सील कर दिया है. केमिकल से बनती 300 करोड़ की ड्रग छापे के दौरान गोदाम से 1600 लीटर एसीटोन, 1000 लीटर टोलविन, 100 लीटर एचसीएल, 200 किलोग्राम सोडियम कार्बोनेट पाउडर, 240 लीटर सॉल्वेंट, 40 किलोग्राम सोडियम कार्बोनेट, 42 बॉटल ब्रोमिन, 20 लीटर द्रव्य, 50 किलोग्राम मैथलामिन हाइड्रोक्लोरिड, 50 किलोग्राम लाइट सोडा ऐश, 10 किलोग्राम क्रिस्टल दानेदार, पाउडर 10 लीटर और अन्य सामग्री जप्त की गई. गोदाम से जब्त हुए केमिकल और कच्चे माल की कीमत स्थानीय बाजार में करीब 30 लाख रुपए बताई जा रही है. इस केमिकल से ड्रग तैयार की जाती तो अंतर्राष्ट्रीय बाजार में उसकी करीब 300 करोड़ रुपये पहुंच जाती. जुलाई में किराए पर लिया था गोदाम जांच के दौरान पता चला कि अमित चतुर्वेदी ने जुलाई 2024 में विष्णु पाटीदार से यह दुकान किराए पर ली थी, जिसमें केमिकल संग्रहण कर रखा था. इस केमिकल का ही उपयोग एमडी ड्रग बनाने में किया जाता है. तीन दिन पहले एनसीबी और एटीएस की टीम ने जब फैक्ट्री पर छापा मारा था, तब वहां से भी यही केमिकल जब्त किए गए थे.