इंफाल, (वार्ता) मणिपुर कांग्रेस के अध्यक्ष कैशम मेघचंद्र को सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से समन मिला, लेकिन वह तत्काल दिल्ली नहीं जा सके, इसलिए उन्होंने समन स्वीकार नहीं किया।
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) के कार्यकारी सदस्य एवं श्री मेघचंद्र के वकील निंगोमबाम बुपेंडा मीतेई ने कहा कि श्री मेघचंद्र नयी दिल्ली नहीं जा सके, क्योंकि उन्हें सोमवार को ही नोटिस प्राप्त हुआ था। धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 (2013 का 15) की धारा 50 की उपधारा (2) और उपधारा सी के तहत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को नयी दिल्ली में ईडी के सहायक निदेशक अमित कुमार के समक्ष सुबह 10.30 बजे उपस्थित होने के लिए कहा गया था।
इस बीच, पार्टी के मीडिया प्रमुख जयराम रमेश ने श्री मेघचंद्र को समन भेजे जाने को “प्रतिशोध, उत्पीड़न और बदले की राजनीति” बताया।
उन्होंने कहा, “मणिपुर प्रदेश कांग्रेस समिति के विधायक एवं प्रदेश अध्यक्ष मई 2023 से गैर-जैविक प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री, मणिपुर के मुख्यमंत्री और भाजपा के खिलाफ निडरता और आक्रामक तरीके से बोल रहे हैं। जिस तरह से इन लोगों ने मणिपुर को बर्बाद किया है, उसे उजागर कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “आज उन्हें ईडी से समन मिला है। यह प्रतिशोध, प्रतिशोध, उत्पीड़न और बदले की राजनीति के अलावा और कुछ नहीं है। यह कार्रवाई राज्य में केंद्र सरकार की भारी विफलताओं को छिपाने के लिए है – जो श्री नरेंद्र मोदी के 17 महीने पहले राज्य में विस्फोट होने के बाद से राज्य का दौरा करने से इनकार करने में परिलक्षित होती है।”
श्री निंगोमबाम बुपेंडा मीतेई ने एक्स में कहा, “मोदी सरकार और उसकी एजेंसियों द्वारा हमारे मणिपुर पीसीसी अध्यक्ष को सच बोलने और मणिपुर के लोगों के लिए चुप नहीं कराया जा सकता। हम इसे अदालत में कानूनी रूप से लड़ेंगे।”