भोपाल, (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू कश्मीर के श्रीनगर से पर्यटन मंत्रालय की स्वदेश दर्शन और प्रसाद योजना के अंतर्गत 9 परियोजनाओं का वर्चुअल लोकार्पण किया।
डॉ. यादव कार्यक्रम में चित्रकूट से शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में 118 करोड़ 72 लाख की कुल लागत की स्वदेश दर्शन 2.0 में ग्वालियर और चित्रकूट एवं प्रसाद योजना में अमरकंटक और पीतांबरा पीठ मंदिर दतिया का विकास कार्य शामिल है।
उन्होंने चित्रकूट के समन्वित विकास और उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश के नगरीय निकाय, ग्राम पंचायत क्षेत्र में समन्वय स्थापित कर चित्रकूट के समग्र विकास के लिए चित्रकूट विकास प्राधिकरण के गठन की घोषणा की।
श्री मोदी ने कहा कि स्वदेश दर्शन के तहत आज 6 परियोजनाएं देश को समर्पित की गई।
इसके साथ ही स्वदेश दर्शन 2.0 का शुभारंभ और जम्मू कश्मीर सहित देश के अन्य स्थलों की 30 परियोजनाओं की शुरुआत की गई है।
इसी तरह प्रसाद योजना में तीन परियोजनाओं का लोकार्पण हुआ है।
सरकार ने 40 से ज्यादा स्थलों की पहचान की है, जिन्हें अगले 2 वर्षों में पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जन भागीदारी से पर्यटन स्थलों का चयन और विकास किया जाएगा।
इसके लिए “देखो अपना देश-पीपुल्स चॉइस अभियान” लॉन्च किया गया है।
पीपुल्स चॉइस में अग्रणी सूची में आने वाले स्थलों का पर्यटन स्थलों के रूप में विकास किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने प्रवासी भारतीयों से आग्रह करते हुए कहा कि आप सभी का दायित्व है कि विदेश में रहने वाले कम से कम 5 परिवारों को भारत आने के लिए आमंत्रित करें।
इसके लिए “चलो इंडिया अभियान” शुरू हो रहा है।
इस अभियान में वेबसाइट से प्रवासी भारतीयों और अन्य नागरिकों को भारत आने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
श्री मोदी ने देश में भ्रमण करने वाले पर्यटकों से आग्रह किया कि अपनी यात्रा के बजट में से कम से कम 5 प्रतिशत राशि से स्थानीय बाजार से वस्तुएं खरीदे।
आपके इस योगदान से उस क्षेत्र में पर्यटन उद्योगों का विकास होगा।
साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
डॉ. यादव ने कहा कि श्री मोदी के नेतृत्व में सांस्कृतिक अनुष्ठान चल रहा है।
हमें हमारी सनातन संस्कृति पर गर्व है।
मध्य प्रदेश की धरती पर जहाँ-जहाँ प्रभु श्री राम और श्री कृष्ण के चरण पड़े हैं, उन सभी स्थानों को आदर्श तीर्थ के रूप में विकसित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव कार्यक्रम में चित्रकूट से शामिल होकर आध्यात्मिक अनुभव परियोजना के वर्चुअली लाँचिग तथा विभिन्न विकास कार्यों के लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति को प्रभु श्री राम और भगवान श्री कृष्ण से पृथक कर नहीं देखा जा सकता।
प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में अयोध्या से अरब तक सनातन संस्कृति का परचम लहरा रहा है।
दुबई में भी भव्य मंदिर स्थापित हुआ है।
डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने श्रीनगर की कीर्ति को पुनः स्थापित किया है।
धारा 370 हटाकर भारतीयों के आत्म सम्मान और हम सब के गौरव को विश्व में बढ़ाया है।
चित्रकूट में भगवान श्री राम के चरण पड़े अतः चित्रकूट हमारे लिये श्रीनगर के समान महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि सनातन सांस्कृतिक वैभव और बौद्धिक गतिविधियों के केंद्र रहे कश्मीर ने काल के प्रवाह में पराभव को भोगा।
सम्राट विक्रमादित्य के समय वैभवशाली कश्मीर के कई विद्वान उज्जयनी पधारे।
डॉ. यादव ने कहा कि अयोध्या धाम का निर्माण 1000 साल की अलौकिक घटना और 500 साल के संघर्ष का सुखद परिणाम है।
स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि 21वीं शताब्दी भारत की होगी, वर्तमान समय में प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में हम सभी, स्वामी विवेकानंद की इस भविष्यवाणी को सत्य प्रमाणित होते देख रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 27 करोड़ की लागत से चित्रकूट के घाटों का विकास किया जाएगा।
भारत में नदी घाटी सभ्यता विकसित हुई है।
हमारी सांस्कृतिक परंपराओं में इसका प्रभाव स्पष्टतः परिलक्षित होता है।
इस सांस्कृतिक व्यवस्था को पुष्पित, पल्लवित करना हमारा कर्तव्य है।
चित्रकूट में घाटों के विकास से केवट परिवारों को भी लाभ मिलेगा।
चित्रकूट के साथ ही दतिया स्थित पीतांबरा माई के मंदिर के लिए राज्य शासन द्वारा 25 करोड रुपए के कार्यों की सौगात दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चित्रकूट का विकास इस आदर्श तरीके से किया जाए कि हर व्यक्ति जीवन में एक बार चित्रकूट आने की इच्छा रखें।
युग दृष्टा नानाजी देशमुख के विचारों के अनुरूप देवस्थानों को विकसित किया जाएगा , उनका जीवन हमारे लिए अनुकरणीय है।
डॉ. यादव ने इसके साथ ही चित्रकूट में अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय भी आरंभ किया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉक्टर यादव ने चित्रकूट प्रवेश से एमपीटी चौराहा से कामतानाथ से एमपी यूपी बॉर्डर तक फोरलेन सड़क निर्माण के लिए सहमति प्रदान की।
उन्होंने कहा कि चित्रकूट में विद्यमान अतिक्रमण सभी की सहमति से हटाये जाएंगे, इससे सभी चित्रकूटवासी लाभान्वित होंगे।
अमरकंटक में प्रसाद योजना में लगभग 50 करोड रुपए के निर्माण कार्यों का वर्चुअल शुभारंभ किया गया।
पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार की स्वदेश दर्शन एवं प्रसार योजना में पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं हेतु विभिन्न पर्यटन संभावनाएं तथा जनसुविधाएं विकसित की जा रही है।
प्रदेश में प्रसाद योजना के तहत अमरकंटक का 49 करोड़ 98 लाख रुपए की लागत से अमरकंटक में विकास कार्य का लोकार्पण और 25 करोड़ रूपये की लागत से पीतांबरा पीठ दतिया के विकास कार्यों का रिमोट से शिलान्यास हुआ।
साथ ही स्वदेश दर्शन 2.0 में ग्वालियर में 16 करोड़ 72 लख रुपए की लागत से फूलबाग क्षेत्र में विकास और चित्रकूट में 27 करोड रुपए की लागत से घाटों के विकास कार्य का प्रमोचन किया गया।
ग्वालियर में ग्वालियर किले और महल के बीच स्थित फूलबाग 38 हेक्टेयर का ऐतिहासिक प्रक्षेत्र है, जो श्रीमंत माधवराव सिंधिया प्रथम द्वारा विकसित किया गया था।
इस ऐतिहासिक प्रक्षेत्र में मोती महल, इटेलियन गार्डन, क्षेत्रीय कला केंद्र, ग्वालियर चिड़ियाघर, मछलीघर, संगीत संग्रहालय, नगर निगम संग्रहालय, बैजा ताल, गोपाल मंदिर और स्वर्णरेखा नदी आदि शामिल हैं।
अमरकंटक में योजनान्तर्गत जीवनदायिनी मां नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक के विकास हेतु पर्यटन मंत्रालय द्वारा 49.98 करोड़ रुपए के कार्य स्वीकृत किए गए।
मंदिर परिसर का सौंदर्यीकरण, मेला ग्राउंड का विकास, घाटों का विस्तारीकरण तथा श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु विभिन्न कार्य सम्मिलित हैं।
चित्रकूट में स्नान कुंडों पर तीर्थयात्रियों के लिये आवश्यक सभी प्रबंध करने की योजना बनाई गई है।
घाटों पर आकर्षक रौशनी के साथ आरती प्लेटफ़ॉर्म, एलईडी प्रदर्शन पर लाइव आरती दर्शन की विशेषता के साथ, पर्यटकों को मंदाकिनी आरती के आध्यात्मिक रहस्य में सराबोर कर देगा।
दतिया में इस योजना में 52 शक्तिपीठों की जानकारी देने हेतु थीम पार्क, भव्य प्रवेश द्वार प्रस्तावित है।
2 कि.मी के पहॅुच मार्ग में फुटपाथ, प्रतीक्षालय, जनसुविधाओं का विकास एवं सौन्दर्यीकरण प्रस्तावित है।
इस परियोजना में पूरे क्षेत्र को श्रद्धालुओं हेतु सुविधाजनक, आकर्षक एवं आध्यात्मिक भाव से परिपूर्ण करने के लिये प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा लगभग 25 करोड़ रूपये की लागत से विकास कार्यो की परियोजना लाँच की जा रही है।