नयी दिल्ली 11 मार्च (वार्ता) कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने मंगलवार को कहा कि विकलांग लोगों को मुख्यधारा में लाने की दिशा में तुरंत काम करने की जरूरत है।
श्री थरूर ने नेशनल सेंटर फॉर प्रमोशन ऑफ़ एम्प्लॉयमेंट फॉर डिसेबल्ड पीपल (एनसीपीईडीपी) की ओर से आयोजित ‘सशक्त समावेशन: विकलांगता, राजनीति और आर्थिक समावेशन पर एक संवाद कार्यक्रम में कहा कि विकलांग लोगों को मुख्यधारा में लाने की दिशा में तुरंत काम करने की जरूरत है।
उन्होंने नीतियों में कमियों की ओर इशारा करते हुए और आवंटित बजट का समुचित उपयोग सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग करते हुए कहा कि विकलांगता समावेशन को न केवल एक सामाजिक अनिवार्यता के रूप में बल्कि एक आर्थिक और राजनीतिक आवश्यकता के रूप में पुनः परिभाषित करना हमारा दायित्व है। उन्होंने पारंपरिक प्रतिमानों को बदलने और एक ऐसे भविष्य की दिशा में मिलकर काम करने का स्पष्ट आह्वान भी किया, जहां समानता, सम्मान और समावेशन के सिद्धांत केवल आकांक्षाएं न होकर वास्तविकताएं हों।
वहीं राज्यसभा सांसद डॉ. फौजिया खान ने कहा कि विकलांगता से जुड़े सटीक डेटा की सख्त जरूरत है।
उन्होंने सुझाव दिया कि वर्ष 2025 की जनगणना में विकलांग लोगों के लिए अलग से एक खंड होना चाहिए। उन्होंने कहा सटीक डेटा की कमी के कारण संसाधनों का सही आवंटन और अच्छी नीतियां बनाना मुश्किल हो जाता है।