नयी दिल्ली, 17 नवंबर (वार्ता) कांग्रेस ने मणिपुर में फिर हिंसा भड़कने को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि वह वार रोकने का प्रोपेगेंडा कर दुनिया में शांति दूत बनना चाहते हैं लेकिन अपने देश में मणिपुर हिंसा में जल रहा है और इसे रोकने में वह सफल नहीं हो पा रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल तथा प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोशल मीडिया पर जारी अलग-अलग पोस्ट में कहा कि मणिपुर में हिंसा का फिर भड़कना चिंताजनक है और श्री मोदी तथा गृह मंत्री अमित शाह का इसे नजर अंदाज करना इससे भी ज्यादा खतरनाक है।
श्री खरगे ने कहा,“नरेंद्रमोदी जी, आपकी डबल इंजन सरकार के तहत, ना मणिपुर एक है, ना मणिपुर सुरक्षित है। मई 2023 से, यह अकल्पनीय दर्द, विभाजन और बढ़ती हिंसा से गुजर रहा है, जिसने इसके लोगों का भविष्य नष्ट कर दिया है। ऐसा लगता है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जानबूझकर मणिपुर को जलाना चाहती है, क्योंकि वह अपनी घृणित विभाजनकारी राजनीति करती है। सात नवंबर से अब तक कम से कम 17 लोगों की जान जा चुकी है। संघर्ष वाले क्षेत्रों की सूची में नए जिले जोड़े जा रहे हैं और आग सीमावर्ती पूर्वोत्तर राज्यों तक फैल रही है।”
उन्होंने कहा,“आपने खूबसूरत सीमावर्ती राज्य मणिपुर को विफल कर दिया है। भले ही आप भविष्य में मणिपुर जाएं, राज्य के लोग कभी माफ नहीं करेंगे कि आपने उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया है और उनके दुखों को दूर करने और समाधान खोजने के लिए कभी उनके राज्य में कदम नहीं रखा।”
श्री वेणुगोपाल ने कहा,“मणिपुर में लगातार बढ़ रही हिंसा से पता चलता है कि मामले किस हद तक नियंत्रण से बाहर हो गए हैं। हत्याएं एक बार फिर रोजमर्रा की घटना बन गई हैं और भीड़ सड़कों पर हावी हो गई है। जब सत्ताधारी दल के विधायक सुरक्षित नहीं हैं तो आम नागरिक की शांति की उम्मीद कैसे की सकती है। नफरत की राजनीति को बढ़ावा देने के कारण ही संकट नियंत्रण से बाहर हो गया है। गृह मंत्री चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं, प्रधानमंत्री एक और विदेश यात्रा पर हैं जबकि मणिपुर फिर से जल रहा है। हमारी केंद्र से मणिपुर में शांति बहाली के लिए तत्काल उठाने की अपील है।”
श्रीमती वाड्रा ने कहा,“मणिपुर से आ रही खबरें दिल दहलाने वाली हैं। डेढ़ साल से एक राज्य धधक रहा है। लगातार हत्याएं और बलात्कार हो रहे हैं। लोगों के घर जलाए जा रहे हैं। महिलाएं, बच्चे हिंसा का शिकार हो रहे हैं। विधायकों, मंत्रियों और खुद मुख्यमंत्री के घर पर हमले हो रहे हैं। भाजपा के ही कई विधायक मुख्यमंत्री को हटाने की मांग कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा,“प्रधानमंत्री जी ‘वॉर रुकवाने’ और विश्व के लिए शांतिदूत बनने का प्रोपेगैंडा चलवाते हैं लेकिन अपने ही देश के एक हिस्से में डेढ़ साल से शांति बहाली में पूरी तरह नाकाम हैं। वह दुनिया घूम रहे हैं, दर्जनों रैलियां कर रहे हैं, लेकिन मणिपुर की तरफ देखने की भी फुर्सत नहीं है।”