सवा साल से नहीं हो पा रहा समस्या का हल
श्रद्धालुओं की कामना सिर्फ एक लोटा जल
उज्जैन:विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर भगवान के मंदिर का गर्भगृह पिछले सावन से सामान्य दर्शनार्थियों के लिए बंद है. श्रद्धालु बाबा महाकाल को एक लोटा जल तक प्रत्यक्ष तौर पर नहीं चढ़ा पा रहे हैं, पिछले 429 दिनों से श्रद्धालु बाबा महाकाल के दूर से दर्शन कर रहे हैं. अभी सिर्फ पंडे पुजारी और वीआईपी ही गर्भगृह में प्रवेश कर पा रहे हैं. पिछली सवारी में महाकाल के छह विग्रह भक्तों को दर्शन देने के लिए निकले. इस बार फिर बाबा महाकाल मंदिर से 2 सितम्बर को बाहर आएंगे. बावजूद इसके श्रद्धालु एक लोटा जल भगवान को चढ़ाने अंदर प्रवेश नहीं कर पा रहे हैं.
नवभारत की पड़ताल में सामने आया की 4 जुलाई 2023 को पिछले श्रावण महीने में आने वाली भारी भीड़ की देखते हुए 11 सितंबर 2023 तक के लिए गर्भगृह बंद 0किया गया था. तब से अब तक महाकाल मंदिर का गर्भगृह बन्द है. श्री कृष्ण पर्व के मद्देनजर जन्माष्टमी पर्व पर उज्जैन आए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से कई संगठनों से लेकर आम दर्शनार्थियों ने भी मौखिक मांग की. इस पर सीएम ने आश्वासन दिया है.
एक माह का वादा, 429 दिन बाद भी पूरा नहीं
2 सितंबर को बाबा महाकाल की शाही सवारी निकलेगी. अब श्रद्धालुओं के सब्र का बांध टूटने लगा है. उज्जैन से लेकर देश भर के श्रद्धालु चाहते हैं कि बाबा को स्पर्श कर पाए और जल चढ़ा पाए इसके लिए गर्भगृह सबके लिए खोल देना चाहिए. जब महाकाल का गर्भगृह सामान्य दर्शनार्थियों के लिए बन्द किया था तो मंदिर समिति ने उस दौरान कहा था कि सावन खत्म होते ही गर्भगृह आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा. अब इतना समय बीत जाने के बाद भी गर्भगृह खुलना तो दूर मंदिर प्रबंध समिति में इस पर चर्चा तक नहीं हो रही. पिछले सावन में जो वादा किया था, कि एक माह में गर्भगृह में प्रवेश प्रारंभ कर देंगे वह 429 दिन बाद भी पूरा नहीं हो पाया है.
कैसे होते है सामान्य दर्शन
देशभर से आने वाले आम भक्त श्री महाकाल महालोक से मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर के रास्ते परिसर स्थित टनल से होते हुए मंदिर के गणेश मंडपम से भगवान महाकाल के दर्शन करते हैं. यह व्यवस्था पूर्ण रूप से निशुल्क है. भले ही 429 दिन से गर्भ गृह में प्रवेश बंद है बावजूद इसके महाकाल बाबा के प्रति लगातार आस्था बनी हुई है. दूर से ही दर्शन कर बाबा की एक झलक देखकर श्रद्धालु गदगद हो जाते हैं.
कैसे होते शीघ्र दर्शन
महाकाल भगवान के शीघ्र दर्शन हर कोई श्रद्धालु करना चाहता है. इसके लिए श्रद्धालु 250 रु का टिकिट लेकर शीघ्र दर्शन कर सकते हैं. टिकटधारी श्रद्धालु मंदिर के 4 नंबर गेट से विश्राम धाम के रास्ते सभा मंडप होते हुए गणेश मंडपम से भी भगवान महाकाल के दर्शन करते हैं.
क्षरण बड़ी अड़चन
महाकाल के शिवलिंग का क्षरण होने की बात भी वर्षो से सामने आई है. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर हुई. उज्जैन के महाकाल मंदिर में शिवलिंग की जांच में जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई) की टीम भी जुटी हुई है. टीम यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि शिवलिंग को अब तक कितना नुकसान पहुंचा है. इसके संरक्षण के उपाय कितने कारगर रहे हैं? शिवलिंग को छूने, जल चढ़ाने आदि से इसकी ऊपरी सहत खुरदुरी हो गई है. लिहाजा, यहां आम भक्तों के लिए गर्भगृह में प्रवेश बंद है.
इनका कहना है……
महाकाल मंदिर के गर्भगृह सामान्य दर्शन के लिए फिलहाल प्रतिबंधित है. अभी गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं के प्रवेश का कोई निर्णय नहीं लिया गया है. अभी तो 2 सितम्बर को निकलने वाली बाबा महाकाल की शाही सवारी की तैयारी में सब जुटे हुए है.
– मूलचंद जुनवाल , सहायक प्रसासक महाकाल मंदिर