नयी दिल्ली 04 अक्टूबर (वार्ता) भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने बांग्लादेश के साथ हुये दूसरे टेस्ट मैच को लेकर कहा कि नतीजे के लिए जोखिम तो उठाना ही होगा।
रोहित ने बीसीसीआई टीवी पर कहा, “गेंदबाजो ने पहले अच्छा काम करते हुए वे विकेट लिए जिसकी हमें आवश्यकता थी और जब हम बल्लेबाजी के लिए गए तो हमें नतीजे के लिए थोड़ा जोखिम तो लेना था। मैं जानता हूं कि परिणाम किसी भी ओर जा सकता था, लेकिन मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। यही कोच गौतम गंभीर और अन्य खिलाड़ी भी सोच रहे थे क्योंकि आपको इस तरह के नतीजे के लिए साहसी होना पड़ता है। जब चीजे सही हुई तो सभी कुछ अच्छा दिखने लगा और यहीं से चीजे तेजी से बदलने लगीं। अगर उस समय चीजे सही जगह नहीं नहीं होतीं तो हर कोई इस फैसले की आलोचना करता, लेकिन जरूरी यह रखता है कि हम चेंजिंग रूम के अंदर क्या सोचते हैं। यही मायने रखता है और इसी के साथ हम उस मैच में उतरे थे।”
उन्होंने कहा, “हमारी रणनीति स्पष्ट थी कि हम परिणाम चाहते थे और कैसे हम उस परिणाम को पा सकते हैं। हर कोई इसका जवाब तलाश रहा था। मुझे लगता है कि यह शानदार सीरीज थी। इस सीरीज से ध्यान नहीं हटाया जा सकता।”
उन्होंने आक्रामकता के सवाल के जवाब में कहा, “मेरे लिए आक्रामकता आपका कार्य है। किस तरह की बल्लेबाजी हम करते हैं, किस तरह का क्षेत्ररक्षण हम लगाते हैं, किस तरह की गेंदबाजी हम करते हैं, तो मेरे लिए यही आक्रमकता है।”
उन्होंने कहा, “देखिए अन्य दस खिलाड़ियों और जाहिर तौर पर ड्रेसिंग रूम में बैठे लोगों की मदद के बिना यह संभव नहीं होता कि दो से ढाई दिन गंवाने के बाद भी हम मैच जीते। जब हम चौथे दिन सुबह यहां आए, तो सबसे पहली बात, वे (बांग्लादेश) बल्लेबाजी कर रहे थे और हमें उन्हें आउट करने की जरूरत थी। हमें जल्दी सात विकेट चाहिए थे, इसलिए मैंने सोचा कि सब कुछ यहीं से शुरू होगा।”
कप्तान ने कहा, “जब आप इतने ऊंचे स्तर पर खेल रहे होते हैं, तो आपको हर चीज की जरूरत होती है। आपको शांत रहने की, समझदारी से सोचने की आवश्यकता है। मैदान पर आपको बहुत सारे निर्णय लेने होते हैं। हर निर्णय आपके अनुरूप नहीं होगा, लेकिन आपको इसका समर्थन करना होगा और अपने अनुभव का उपयोग करना होगा, अपने ज्ञान का उपयोग करना होगा। तो मैं यही करता हूं। मैं मैदान पर अपने फैसले पर भरोसा करने के लिए काफी हूं, मैं मैदान पर जो फैसले लेता हूं, मैं उस पर भरोसा करता हूं। और फिर मैं इसके अनुसार चलता हूं। मेरे आसपास ऐसे खिलाड़ी हैं जो सुझाव देने के लिए तैयार हैं, लेकिन दिन के अंत में मुझे अपने दिमाग पर भरोसा है और मुझे अपने निर्णय पर भरोसा है और यही मायने रखता है।”
उन्होंने कहा, “मुझे अभी बताया गया कि हमारे पास आए 24 कैच में से हमने 23 कैच लपके, जो कि विशेष रूप से स्लिप में एक शानदार परिणाम है। आप अक्सर भारत में गेंद को स्लिप तक कैरी होता नहीं देखते हैं। लेकिन जो लोग पीछे खड़े थे वे बहुत तेज थे। उन कैचों को लेना टेलीविजन पर आसान लग सकता है, लेकिन ऐसा नहीं है। उन कैचों को लेना बहुत कठिन होता है क्योंकि प्रतिक्रिया का समय बहुत कम होता है।”