50 किलोमीटर के क्षेत्र में शामिल चार शहरों का बनेगा रीजनल डेवलपमेंट प्लान
राजीव गांधी और सब्जी मंडी चौराहे पर मल्टीलेवल फ्लाई ओवर का कंसल्टेंट नियुक्त
आईडीए बोर्ड बैठक में कई मुद्दों पर अहम फैसले
इंदौर:इंदौर मेट्रो पॉलीटियन रीजन के लिए आईडीए ने सलाहकार नियुक्त कर दिया है. इंदौर से जुड़े चार शहरों का रीजनल डेवलपमेंट प्लान तैयार किया जाएगा. 50 किलोमीटर के सर्कल में अलग अलग शहरों की विकास योजनाएं बनेगी. उक्त योजनाओं की मॉनिटरिंग सेंट्रल एवं इंवायरमेंट प्लानिंग एंड टेक्नोलॉजी भोपाल द्वारा की जाएगी। मॉनिटरिंग कमेटी में इंदौर कलेक्टर, निगमायुक्त, आईडीए सीईओ, टीएनसीपी संयुक्त संचालक सदस्य रहेंगे.
आज आईडीए बोर्ड बैठक में शहर और मेट्रो पॉलीटियन रीजन को लेकर अहम फैसले लिए गए। मेट्रो पॉलीटियन रीजन के लिए सलाहकार के रूप में मेहता एंड एसोसिएट को फाइनल किया गया. उक्त 50 किलोमीटर क्षेत्र के विकास योजनाओं के लिए 5 पांच निविदाएं आई थी, जिसमें मेहता एंड एसोसिएट को नियुक्त करने का फैसला लिया गया. चारों शहरों के उनकी पहचान अनुसार रीजनल डेवलपमेंट प्लान बनाएं जाएंगे. दस बिंदुओं में सबसे अहम बिंदु मेट्रो पॉलीटियन एरिया के विकास योजना बनाने का कंसल्टेंट के नाम पर मुहर लगाने का था , जो आज अधिकारियों ने लगा दी। मुख्यमंत्री मंशा अनुसार इंदौर की अन्य शहर बेंगलुरु , मुंबई , हैदराबाद, चेन्नई की तरह पहचान बने और विकास हो। इसको लेकर इंदौर और आस पास के क्षेत्रों के शहरों को जोड़कर एक बड़ा निवेश, औद्योगिक, पर्यटन, धार्मिक और सांस्कृतिक विकास करने योजना बनाई जा रही है. चार शहरों के 8650 वर्ग किलोमीटर को इसमें शामिल किया गया है. हर शहर में विकास के लिए अलग विकास योजनाएं बनाई जाए ,उनको फिर संयुक्त रूप से जोड़कर एक मेट्रो पॉलीटियन रीजन विकसित होगा.
इतने क्षेत्र में बनेगा रीजनल डिप्लॉपमेंट प्लान
उज्जैन – 763.6 वर्ग किलोमीटर – तीर्थ क्षेत्र
देवास – 2045.4 वर्ग किलोमीटर – औद्योगिक क्षेत्र
धार – 1941.7 वर्ग किलोमीटर – पर्यटन और औद्योगिक
इंदौर – 3906 वर्ग किलोमीटर – केंटोनमेंट क्षेत्र, औद्योगिक और सेटेलाइट सिटी।
उक्त टोटल मेट्रो पॉलीटियन एरिया में 7 नगरों में निवेश क्षेत्र गठन होगा। 5 शहरों में विकास योजनाएं बनेगी. उक्त कार्य रीजनल डेवलपमेंट प्लान के माध्यम से किया जाएगा.
अलग-अलग शहरों को विकास पहचान के मुताबिक
रीजनल डेवलपमेंट प्लान के तहत अलग अलग शहरों को उनकी पहचान के अनुसार बनाया जाएगा। उज्जैन को तीर्थ नगरी , धार पर्यटन और औद्योगिक क्षेत्र, देवास को औद्योगिक विकास और इंदौर सभी शहरों का केंद्र होकर हर क्षेत्र का विकास मॉडल बनेगा. इसमें औद्योगिक, सेटेलाइट सिटी, महू और पीथमपुर इकोनॉमिक के साथ मिलिट्री एरिया के पास केंटोनमेंट क्षेत्र विकसित किया जाएगा.
अन्य मुद्दों पर भी कई फैसले
– राजीव गांधी और सब्जी मंडी चौराहे पर मल्टीलेवल फ्लाई ओवर के लिए टेक्नोसजेम कंसल्टेंट प्रा. लि. की निविदा मंजूर
– मोरोद में खसरा नंबर 372/1 पर नई अनाज मंडी और ट्रांसपोर्ट नगर बनाने मेसर्स सालीज कंसल्टेंट की निविदा मंजूर
– आईएसबीटी एमआर – 10 का रखरखाव और बसों के संचालन के संबंध में आरटीओ की अध्यक्षता में कमेटी की रिपोर्ट और योजना बनाकर देगी। रिपोर्ट के आधार पर बोर्ड में अनुशंसा होगी
– चंद्रगुप्त चौराहा से रेडिसन चौराहे तक एलिवेटेड कॉरीडोर के फिजीब्लिटी सर्वे के लिए कंसल्टेंट की निविदा बुलाने
– योजना 136 के सीएमआर – 4 पर हाईराइज के लिए कंसल्टेंट निविदा बुलाने
– रिंग रोड योजना 94 में निर्मित शहीद स्मारक पार्क नगर निगम को सौंपने पर निर्णय
– गैर योजना मद से शहर में एआईसीटीएसएल की बसों के लिए 200 बस स्टॉप बनाने
– शहर के यातायात को सुगम बनाने के लिए गैर योजना मद से फिजीब्लिटी सर्वे और कंसल्टेंट की निविदा बुलाने पर सहमति
उपरोक्त बिंदुओं पर भी बोर्ड बैठक में फैसले लिए गए हैं.