रहवासी और व्यापारी हो रहे परेशान
इंदौर: एक तरफ आम नगरिकों की ओर से ज़रा सी चूक होने पर नगर निगम तनाशाही रवैया अपनाने लगती है. वही दूसरी ओर शहर के विकास के लिए किए गए सड़क निर्माण से नगर निगम के वरिष्ठ यंत्रियों की पोल खुलती रहती है फिर भी निगमायुक्त किसी भी प्रकार के कड़े फैसले नहीं ले पाते.जब भी शहर में सड़क निर्माण का कार्य किया जाता है तो नगर निगम के छोटे से लेकर वरिष्ठ यंत्री अपनी निगरानी में कार्य करवाते हैं लेकिन देखने में यह आया है कि बरसात आते ही शहर की सड़कों के निर्माण की पोल खुलने लगती है.
सामाग्री की गुणवत्ता के साथ सड़कों से बरसात के पानी की निकासी का ध्यान नहीं रखा जाता है. पालदा क्षेत्र में पड़ने वाला तीन ईमली चौराहा से मुसाखेड़ी की तरफ जाने वाले रिंग रोड़ के सर्विस रोड पर कुछ ऐसा ही देखने को मिला है. आज़ाद नगर, कोहेनूर कॉलोनी के यहां सर्विस रोड कई जगह से धंस चुकी है. कई चेंबर मिट्टी में दब चुके हं.ै निकासी नहीं होने से बरसात होते ही यहां पूरा मार्ग तालाब में तब्दील हो जाता है जिसके चलते इस मार्ग से जुड़े रहवासियों और व्यापारियों ख़ासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसी के साथ ही इस मार्ग पर बड़े-छोटे लोडिंग वाहनों, बसों का आना-जाना होता है. पानी भर जाने से जाम की स्थिति बनी रहती है. कई समस्या होने के बाद भी निगम सुध नहीं ले रही है. उल्टा यंत्रियों को दोषमुक्त कर रखा है.
इनका कहना है
यहां के सारे व्यापारी परेशान है. दस मिनिट की बरसात होते ही सड़क पर इतना पानी भर जाता है कि पानी दुकानों के अंदर आ जाता है. हम सभी के चार महिना बहुत दयनीय हालतो में गुज़रते हैं.
– अब्दुल जलील
लोगों ने कहकर चेंबर में छेद करवाया है ताकि पानी निकल सके लेकिन सड़क इतनी नीचे धस चुकी है कि उपर का जितना पानी होता है निकल जाता है बाकी सड़क को डुबो कर रखे रहता है.
– छोटू कुशवाह
सड़क निर्माण के समय पानी की निकासी पर ध्यान नहीं दिया गया, जो अब मुसिबत बना हुआ है कहां से पैदल आना जाना करें. बड़े भारी वाहन भी यही से निकलते है जो लोगों के लिए खतरा है. मौलाना माजिद