* पूजा पार्क में दिनदहाड़े गंजेड़ी-नशेड़ी और अश्लीलता करने वालों के भय से भयभीत रहते मन्दिर में आने वाले श्रृद्धालु एवं मातायें -बहनें
नवभारत पड़ताल
सीधी 26 सितम्बर। सीधी शहर के ह्रदय स्थल में विभिन्न देवी -देवताओं के मन्दिरों वाला प्रमुख आस्था का केन्द्र धार्मिक स्थल पूजा पार्क इन दिनों अधर्मियों का अड्डा बन गया है। नवभारत टीम की पड़ताल में देखने को मिला कि पूजा पार्क में आस्था पर प्रहार करने वाले दिनदहाड़े गंजेड़ी-नशेड़ी और अश्लीलता करने वालों के कारण मन्दिर में आने वाले श्रृद्धालु एवं मातायें -बहनें भयभीत रहती हैं।
यहां बताते चलें कि शहर के प्रमुख धार्मिक स्थल पूजा पार्क में नशेडिय़ों की महफिलें जमने से यहां असुरक्षा की स्थिति निर्मित हो रही है। धार्मिक स्थल पूजा-पार्क के अधर्मियों का अड्डा बनने से आस्था पर भी प्रहार हो रहा है। पूजा-पार्क में दिन दहाड़े गंजेड़ी-नशेड़ी और अश्लिलता करने वालों के चलते मंदिर में आने वाले श्रद्धालु एवं माताएं-बहने भी भयभीत रहते हैं। बताते चलें कि पूजा-पार्क सीधी में श्री गणेश मंदिर, सांई मंदिर, शिव मंदिर, जालपा देवी मंदिर स्थित हैं। इसके बगल में ही गायत्री मंदिर है। गायत्री मंदिर में पुजारियों के हर समय रहने एवं सुरक्षा के व्यापक इंतजाम होने के कारण वहां नशेडिय़ों की आवाजाही नहीं होती। किंतु पूजा-पार्क मंदिर क्षेत्र में सुरक्षा के इंतजाम न होने तथा मंदिरों में खुले बरामदे होने के कारण यहां कुछ जरूरतमंद लोगों के बीच ही नशेड़ी भी आकर जम जाते हैं। ऐसे नशेड़ी श्री गणेश मंदिर के बगल में जाकर गांजा की चोंगी चढ़ाने लगते हैं। इसके अलावा कुछ नशेड़ी तो अन्य नशा का सेवन भी नजर बचाकर करते हैं। बताया गया है कि मंदिर क्षेत्र में कई बार नाबालिग किशोर भी आकर यहां सुलोशन सूंघते हुए नशा करते हैं। ऐसा नहीं है कि इस क्षेत्र में नशेडिय़ों की आमद अभी से शुरू हुई है। काफी समय से नशेड़ी यहां पर अपना अड्डा जमाने में पीछे नहीं है। दिन के अलावा कुछ नशड़ी तो रात में भी यहां नशा करने के लिए आते हैं। कई बार जब नशेडिय़ों की सूचना पुलिस को मिलती है तो वहां पुलिस आकर इनको खदेड़ देती है। कुछ समय बाद यह नशेड़ी फिर से यहां पहुंचने लगते हैं। जानकारों का कहना है कि पूजा पार्क में स्थित विभिन्न देवी-देवताओं के मंदिर लोगों की आस्था का प्रमुख केंद्रबिंदु हैं। इसी वजह से यहां रोजाना काफी संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए पहुुंचते हैं। श्रद्धालुओं में सबसे ज्यादा संख्या बहनों एवं माताओं की होती है। कई बार यहां ऐसी स्थिति निर्मित हो जाती है कि अश्लीलता भी सामने आ जाती है। उस दौरान श्रद्धालुओं को काफी असहज होना पड़ता है। बताया गया है कि कुछ असमाजिक तत्व भी इस क्षेत्र में काफी सक्रिय हैं। उनके द्वारा देर रात में यहां सबसे ज्यादा मनमानी की जाती है। तत्संबंध में नवभारत पड़ताल में चर्चा के दौरान यहां के पुजारियों का कहना था कि सुरक्षा व्यवस्था के पर्याप्त इंतजाम न होने के कारण नशेडिय़ों की आवाजाही बनी रहती है। यह जरूर है कि उनके आने-जाने का कोई समय नहीं होता। मदिर के खुले बरामदे में कुछ वृद्ध जन अक्सर आकर रुकते हैं। इनके पास कोई ठिकाना न होने के कारण वह मंदिर के खुले बरामदे में ही रात में सोते हैं। ऐसे लोगों से किसी को दिक्कतें नहीं हैं। कुछ नशेड़ी भी मंदिर में आ जाते हैं और उनके द्वारा मौका देखकर नशा का उपयोग किया जाता है। नशेडिय़ों के उत्पात से बचने के लिए वहां मौजूद लोग भी खुलकर विरोध नहीं कर पाते। कभी-कभी तो नशेडिय़ों की संख्या एक से ज्यादा होती है। ऐसे लोगों से दिक्कतें होना स्वाभाविक है। यह समस्या स्थाई रूप से दूर करने के लिए सार्थक प्रयास होने चाहिए। पूजा पार्क में व्यवस्था की जिम्मेदारी प्रत्यक्ष रूप से नगर पालिका प्रशासन की है। उनके द्वारा साफ-सफाई एवं पेय जल की व्यवस्था के साथ ही प्रकाश की व्यवस्था भी बनाई गई है। लेकिन सुरक्षा को लेकर यहां कोई भी चौकीदार नियुक्त करने की जरूरत नहीं समझी जा रही है।
पूजा पार्क क्षेत्र में सुव्यवस्थित सुरक्षा के इंतजाम हो
शहर का पूजा पार्क क्षेत्र जो कि हिंदुओं की धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्रबिंदु हैं यहां कई प्रमुख मंदिरों के होने के कारण यहां श्रद्धालुओ की आवाजाही हर समय बनी रहती है। खासतौर से त्यौहारों के अवसर पर पूजा-पार्क में श्रद्धालुओ का जमावड़ा सबसे ज्यादा रहता है। पूजा-पार्क में आने वाले श्रद्धालुओं में सबसे ज्यादा संख्या महिलाओं की होती है। इसी वजह से इस क्षेत्र में पुलिस की चौकसी बनी रहे इसकी जरूरत सबसे ज्यादा है। चर्चा के दौरान ही कई गणमान्य लोगों ने कहा कि पूजा पार्क क्षेत्र में सुव्यवस्थित सुरक्षा के इंतजाम होने चाहिए। सिटी कोतवाली थाना से पुलिस कर्मियों की गस्त में ड्यूटी दिन एवं रात में लगती है। इस वजह से गस्त में लगे पुलिस कर्मियों को इस बात को लेकर निर्देश देने चाहिए कि वह पूजा पार्क क्षेत्र में कई बार चौकसी का काम करें। यदि पूजा-पार्क मंदिरों एवं इसके आसपास नशेड़ी एवं असमाजिक तत्व नजर आते हैं तो उनके विरुद्ध कार्यवाही भी होनी चाहिए। पुलिस को केवल समझाईस देकर नशेडिय़ों एवं अराजक तत्वों को नहीं छोंडऩा चाहिए। यदि पुलिस द्वारा अभियान चलाकर एक महीने तक कार्यवाही कर दी जाए तो कोई भी नशेड़ी पूजा-पार्क एवं अन्य मंदिरों में आने की हिम्मत नहीं कर सकेगा। पूजा पार्क क्षेत्र में नशेडिय़ों एवं असमाजिक तत्वों की आवाजाही को लेकर काफी समय से शिकायतें सामने आ रही हैं। यह जरूर है कि इस मामले में अभी तक जो कार्यवाही होनी चाहिए वह नहीं हो सकी। रात्रि के समय पूजा पार्क क्षेत्र में असमाजिक तत्वों की गतिविधियां बढ़ जाती हैं इस वजह से यहां पर पुलिस को काफी मुस्तैदी के साथ नियमित कार्यवाही करने की जरूरत है।
पुलिस और प्रशासन को करनी चाहिए ठोस कार्यवाही: सतीश
आस्था पर प्रहार नवभारत पड़ताल के दौरान शहर के प्रतिष्ठित व्यवसाई एवं युवा समाजसेवी सतीश गुप्ता ने कहा कि आस्था के केन्द्र पूजा पार्क में जो कुछ देखने और सुनने को मिल रहा है हम सबके आस्था पर खुलेआम कुठाराघात किया जा रहा है। मैंने खुद देखा और लाइव विडियो बनाया है कि मन्दिर परिसर में जहां दिनदहाड़े गंजेड़ी-नशेड़ी खुले आम दबंगई के साथ ये कृत्य करते हैं। वहीं इनके भय से भयभीत मन्दिर के पुजारी और दर्शन करने आने वाली मातायें-बहने सब कुछ देखते और जानते हुए भी कुछ नही बोलते हैं। यही धार्मिक स्थल में दिन और रात में मन्दिर के पीछे कुछ मनचले स्कूल-कालेज के लड़के-लड़कियां अश्लीलता जैसा अधर्म करते हैं। मैं पुलिस -प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के साथ -साथ समाज के लोगों का इस ओर ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहना चाहता हूं कि आस्था पर प्रहार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही हो और रात में नियमित पुलिस की पूजा पार्क में भी गश्त हो। मन्दिर अवैध रूप से ठहरने और सोने वालों को हटाया जाये।
इनका कहना है
पूजा पार्क में इस तरह की होने वाली घटनाओं की मन्दिर एवं पूजा पार्क प्रबंधन द्वारा आज तक किसी ने लिखित शिकायत नही की है। जब कभी भी सूचना मिलती है तो पुलिस भेज कर कार्यवाही की जाती है। रात्रि गश्त ड्यूटी करने वाले पुलिस बल को निर्देशित किया जायेगा कि पूजा पार्क में अवैधानिक रूप रहने वालों के खिलाफ कार्यवाही सुनिश्चित करें।