जबलपुर: विगत दिनों जिला प्रशासन द्वारा निजी स्कूलों द्वारा मनमानी रूप से वसूली गई फीस को लेकर शिकायतें मिलने के बाद जिसके बाद इन स्कूलों के ऊपर कार्यवाही होने पर 8 स्कूल संचालकों को मनमानिक तौर पर वसूली गई, लगभग 54 करोड रुपए की फीस लौटाने के निर्देश जारी हुए थे। लेकिन लगभग 16 दिन बाद भी किसी भी स्कूल संचालक ने फीस वापसी के लिए कोई भी प्रक्रिया शुरू नहीं की है। जिसके चलते जिला प्रशासन द्वारा दिए गए आदेश का भी स्कूल संचालक पालन नहीं कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि अभिभावकों द्वारा लगातार जिला प्रशासन के पास मनमानिक तौर पर फीस बढ़ोतरी मामले में स्कूलों की शिकायतें मिल रही थी। जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा लगातार इन निजी स्कूलों के ऊपर कड़ी कार्यवाही कर रहा है।
एक भी स्कूल ने नहीं भरा अभी तक जुर्माना
जिला प्रशासन द्वारा जिन 8 निजी विद्यालयों को अवैधानिक रूप से बढ़ाई गई फीस मामले में दो-दो लाख रुपये की शास्ति ( जुर्माना) भी लगाया था। उनको जुर्माने की राशि 30 दिन के भीतर तय बैंक खाते में जमा कर पावती जिला शिक्षा अधिकारी को प्रस्तुत करने करने कहा गया था। लेकिन अभी तक एक भी निजी स्कूल ने जिला शिक्षा अधिकारी को पावती जमा नहीं की है।
इन 8 स्कूलों ने वसूली फीस
निजी स्कूलों में माउण्ट लिटरा जी स्कूल के 8577 विद्यार्थियों से 3.13, विस्डम वैली स्कूल शास्त्री नगर कटंगा स्कूल के 7536 विद्यार्थियों से 6.91 और 3787 विद्यार्थियों से 3.02, स्प्रिंग डे स्कूल अधारताल स्कूल के 7679 विद्यार्थियों से 3.89, अजय सत्य प्रकाश स्कूल पनागर के 5294 विद्यार्थियों से 2.95, सत्य प्रकाश स्कूल पोलीपाथर के 8223 विद्यार्थियों से 14.24, क्राईस्ट चर्च गल्र्स स्कूल के 16239 विद्यार्थियों से 8.37, सेंट अलायसियस स्कूल पनागर के 3418 विद्यार्थियों से 2.34 और सेंट जोसेफ टी एफ आर आई स्कूल के 13616 विद्यार्थियों से 9.41 करोड़ रूपए, जिसमें कुल 74369 विद्यार्थियों से 54 करोड़ 26 लाख रूपए की अवैधानिक रूप से फीस वसूली है।
इनका कहना है
निजी स्कूल संचालकों को आदेश हुए हैं,आगे की प्रक्रिया वह करेंगे। उसके बाद ही फीस लौटाई जाएगी। इसके अलावा अभी किसी भी स्कूल ने जुर्माने की पावती जमा नहीं की है।
घनश्याम सोनी
जिला शिक्षा अधिकारी