नयी दिल्ली (वार्ता) अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) के अधिकारी गायब हुये गैप्रिंडाशविली कप की तलाश कर रहे हैं।
गुजरात क्रिकेट एसोसिशन के पूर्व सदस्य और स्पोट्स पैनलिस्ट हितेश पटेल ने शुक्रवार को गैप्रिंडाशविली कप के गायब होने की जानकारी यूनीवार्ता से फोन पर साझा करते कहा है कि अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ के अधिकारी कप की तलाश कर रहे है। और इसको लेकर एआईसीएफ ने अपने पूर्व सचिव और 44वें शतरंज ओलंपियाड के निदेशक भरत सिंह चौहान से पूछाताछ की तो उन्होंने बताया कि कप टीम को दिया गया था और भारतीय शतरंज महासंघ को टीम और चेन्नई कार्यालय में इसकी तलाश करनी चाहिए।
अधिकारियों ने इसको लेकर चेन्नई ओलंपियाड में भाग लेने वाले सभी भारतीय खिलाड़ियों से पूछताछ हुई और सभी खिलाड़ियों का कहना था कि उनके पास गैप्रिंडाशविली कप नहीं है। अधिकारी ने बताया कि चेन्नई ओलंपियाड को प्रायोजित करने वाली तमिलनाडु सरकार से भी संपर्क किया तो उनकी ओर से कहा गया कि कप उसके पास नहीं है।
एआईसीएफ के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, “हम इसे नहीं ढूंढ पाए हैं। खिलाड़ियों ने इसे नहीं लिया है। यह कहना गलत है कि खिलाड़ियों के पास यह है।”
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2022 में चेन्नई में आयोजित 44वें शतरंज ओलंपियाड में भारतीय टीमों द्वारा जीता गया था।
एआईसीएफ के अधिकारी ऐसे समय में ग्रैप्रिंडाशविली कप के खोज रहे है जब भारतीय ओपन और महिला शतरंज टीमें बुडापेस्ट में 45वें शतरंज ओलंपियाड में पदक के लिए स्पर्धा कर रही है। 10 सितंबर से शुरु हुआ शतरंज ओलंपियाड 23 सितंबर को समाप्त होगा।