सीधी लोकसभा में एक बार फिर कांग्रेस की एकजुटता दोहरायेगी 2007 का परिणाम ?

 सीधी लोकसभा में पिछले तीन चुनावों से लगातार भाजपा को मिल रही जीत
विजय रथ को रोकने मंच में दिखने वाली कांग्रेस की एकजुटता की जमीनी हकीकत परिणाम तंय करेगा
2007 में सीधी उपचुनाव में कांटे की टक्कर में महज 1574 वोट से कांग्रेस को मिली थी जीत

आदित्य सिंह
सीधी: लोकसभा चुनाव 2024 के महासंग्राम का प्रथम चरण में 19 अप्रैल को सीधी लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होना है।2007 में सीधी लोकसभा सीट के उपचुनाव में कांटे की टक्कर में महज 1574 वोट से कांग्रेस को जीत मिली थी। एक बार फिर सीधी लोकसभा में कांग्रेस की मंच में दिखने वाली एकजुटता 2007 का परिणाम दोहरायेगी ? यह प्रश्न इसलिए उठ रहा है कि सीधी लोकसभा में पिछले तीन चुनावों से लगातार भाजपा को मिल रही जीत के विजय रथ को रोकने मंच में दिखने वाली कांग्रेस की एकजुटता जमीनी स्तर पर इतने कम समय में कितनी कारगर साबित होती है।

यहां बताते चलें कि सीधी लोकसभा सीट 12 दिसंबर, 2005 को उस समय पूरे देश में चर्चा में आ गई, जब भाजपा के तत्कालीन सांसद चंद्र प्रताप सिंह पर सदन में सवाल पूछने के बदले 35 हजार रुपये की रिश्वत लेने के आरोप लगे। रिश्वत लेने का स्टिंग ऑपरेशन भी किया गया था।आरोपों की जांच करने के लिए सदन ने 23 दिसंबर, 2005 को विशेष समिति गठित की। जांच में चंद्र प्रताप सिंह दोषी पाए गए। उनके साथ 11 अन्य सांसद भी दोषी पाए गए थे। सांसदों को निष्कासित करने का प्रस्ताव सदन में लाया गया। इसके बाद सांसद को निष्कासित कर दिया गया।

इसके बाद वर्ष 2007 में उपचुनाव हुआ।गौरतलब है कि वर्ष 2007 के उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में मानिक सिंह चुनाव मैदान में थे। तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री अर्जुन सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी। प्रदेश में भाजपा की सरकार थी। दोनों दलों की प्रतिष्ठा दांव पर थी। भाजपा के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सहित एक दर्जन से अधिक मंत्री और विधायक सीधी में डटे रहे तो कांग्रेस की ओर से सीधी जिले से कांग्रेस सरकार के द्वय पूर्व मंत्री दिग्गज कांग्रेस नेता अजय सिंह राहुल एवं इन्द्रजीत कुमार एकजुटता के साथ पूरा जोर लगा दिये और क्षेत्र की जनता ने अर्जुन सिंह के नाम को प्राथमिकता दी जिसका परिणाम यह हुआ कि कांग्रेस प्रत्याशी मानिक सिंह 2 लाख 12 हजार 988 मत पाये ।

जबकि निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी कुंवर सिंह टेकाम को 2 लाख 11 हजार 412 मत मिले और कांग्रेस प्रत्याशी मानिक सिंह 1574 मत से जीत गए। कांग्रेस -भाजपा की लोकसभा सीधी के 2007 में हुये उपचुनाव में हुई कांटे की इस टक्कर की 2024 के सीधी लोकसभा चुनाव की सभा में कांग्रेस नेता एक बार फिर उसी एकजुटता का मंच में उदाहरण देते हुए 2007 के परिणाम को दोहराने का दावा कर रहे हैं। अब देखना है कि कांग्रेस नेताओं द्वारा मंच में एकजुटता का किया जाने वाला दावा जमीनी स्तर पर कितना कारगर साबित होता है। यह तो 4 जून को आने वाला परिणाम ही बतायेगा।

कांग्रेस के इन दो दिग्गजों की रंग लाई थी एकजुटता
सीधी लोकसभा के 2007 में हुये उपचुनाव में तत्कालीन केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री अर्जुन सिंह चुनाव प्रचार में नही आये थे। लेकिन उनके संदेश को लेकर पूरे संसदीय क्षेत्र में ताबड़तोड़ दौरा करने वाले जिले से कांग्रेस सरकार के दो पूर्व मंत्री अजय सिंह राहुल एवं इन्द्रजीत कुमार की एकजुटता कांग्रेस की जीत के रूप में रंग लाई।

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