नयी दिल्ली, 13 सितंबर (वार्ता) कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण ने कोयंबटूर के व्यापारी के जीएसटी को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देने की बजाय उनका अपमान किया है और इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने आज यहां को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि तमिलनाडु के लोगों को अपनी संस्कृति और सभ्यता का अपमान स्वीकार नहीं हो सकता है और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हर हाल में इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।
सुश्री श्रीनेत ने कहा,”तमिलनाडु अपने लोगों और अपनी संस्कृति का यह अपमान नहीं सहेगा और यही कारण है कि भाजपा पेरियार की धरती पर आज तक खड़ी नहीं हो पाई। कारण साफ है-भाजपा लोगों का तिरस्कार करती है जो इस देश का कोई भी राज्य नहीं सहेगा। यह श्रीमती सीतारमन का घमंड है कि उनसे महंगाई पर बात करो तो कहती हैं मैं प्याज-लहसुन नहीं खाती। इस सरकार का हर मंत्री अहंकार में चूर है जिसके जनक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।”
प्रवक्ता ने कहा,”भाजपा और निर्मला सीतारमण को माफी मांगनी चाहिए। भाजपा सरकार ने छोटे-लघु-मध्यम उद्योगों की कमर तोड़ दी है। ये वही उद्योग हैं जिनके ऊपर आपने नोटबंदी और गलत जीएसटी का कहर बरसाया है। लेकिन अडानी जैसे बड़े उद्योगपतियों की जी हुजूरी में खड़े रहते हैं। अडानी जी को 10 कंपनियां खरीदनी थी, पर सरकारी बैंकों में उनका 67 हजार करोड़ रुपए बकाया था। बैंकों ने उन्हें डिस्काउंट दिया और 16 हजार करोड़ रुपए से भी कम में डील कर दी और बैंको को 74 प्रतिशत का नुकसान झेलना पड़ा। देश के बड़े कॉर्पोरेट्स का टैक्स 22 प्रतिशत कर दिया गया लेकिन आपका 30 प्रतिशत बना हुआ है।”
उन्होंने कहा,”देश में इनकम टैक्स कलेक्शन, कॉर्पोरेट टैक्स से कम रहता है लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उसे भी खत्म कर दिया। इस साल करीब 3.5 लाख करोड़ रुपए इनकम टैक्स जमा हुआ है तो वहीं 2.1 लाख करोड़ रुपए कॉर्पोरेट टैक्स आया है।जो इनकम टैक्स डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन का 21 प्रतिशत होता था वह 28 प्रतिशत हो गया है। डॉ. मनमोहन सिंह जी के जमाने में जो कॉर्पोरेट टैक्स पूरे डायरेक्ट टैक्स का 35 प्रतिशत होता था जो अब 26 प्रतिशत हो गया है। देश के सबसे गरीब लोग 64 प्रतिशत जीएसटी अदा कर रहे हैं। मिठाई पर पांच प्रतिशत, नमकीन पर 12 और क्रीम पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगता है।”