नवभारत न्यूज
इंदौर। आज शहर में चल रहे विभिन्न विभागों के विकास कार्यों की समीक्षा मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव द्वारा की गई। बैठक में एलआईजी से नवलखा चौराहा तक एलिवेटेड की जगह छह नए फ्लाई ओवर बनाने पर निर्णय किया गया। साथ ही 29 गांवों के लिए अलग प्लान बनाकर विकास कार्य करने का प्रस्ताव किया गया। इंदौर के साथ मैट्रो पॉलिटियन सिटी की फिजीबिलिटी रिपोर्ट योजना की तारीफ करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के सपने और 2045 के भारत निर्माण में यह मिल का पत्थर साबित होगी। मुख्यमंत्री ने विभागों के प्रेजेंटेशन और प्रस्तावित योजनाओं की जानकारी ली और समय सीमा पर चर्चा की।
ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में बैठक के दौरान कलेक्टर ने विभागवार विकास कार्यों और वर्तमान एवं प्रस्तावित योजनाओं के बारे में बताया। मुख्यमंत्री को कलेक्टर द्वारा आईडीए, नगरनिगम, एमपीआईडीसी, एमपीआरडीसी, मैट्रो और पुलिस विभाग के कार्यों को बताना था , लेकिन समय कम होने से इनमें से कुछ विभागों के प्रेजेंटेशन और निर्माण की जानकारी अगली बैठक में करने का कह कर मुख्यमंत्री ने विदा ले ली।
पिछले कई दिनों से मुख्यमंत्री द्वारा इंदौर के विकास कार्यों की समीक्षा करने के तैयारी चल रही थी। इसको लेकर कलेक्टर आशीषसिंह सभी विभागों के अधिकारियों से समय सीमा , निर्माण और प्रस्तावित योजनाओं की जानकारी एकत्र कर रहे थे। आज बैठक में मुख्यमंत्री के सामने विभागवार प्रेजेंटेशन नहीं हो सका। मैट्रो के अलायमेंट बदलने और पुलिस विभाग की अपराधों पर नियंत्रण जैसे मुद्दों पर चर्चा नहीं हो सकी। इसका कारण मुख्यमंत्री ने स्वयं ही कहा कि मुझे कही जाना है और विधायकों के साथ भी चर्चा करना है। अगली बैठक में बचे विभागों के साथ बाकी चर्चा और समीक्षा करेंगे।
एमपीआईडीसी के सेक्टर 7 पर ही चर्चा
आज मुख्यमंत्री से मध्यप्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के पीथमपुर सेक्टर 7 के विषय में ही चर्चा हो सकी। कार्यकारी संचालक सपना जैन ने कहा कि पीथमपुर के उपरोक्त सेक्टर में 2232 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण करना है। बताया गया कि 565 हेक्टेयर निजी जमीन मालिकों से अनुबंध हो चुका है, बाकी सरकारी और पहले से एमपीआईडीसी के पास कुछ जमीन है। अभी विकास के लिए कुल 850 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन मौजूद है। बाकी योजनाओं पर चर्चा नहीं हो सकी।
मध्य प्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन
एमपीआरडीसी के राकेश जैन ने बताया कि इंदौर उज्जैन सिक्स लेन सड़क को लेकर बात हुई और निर्माण एजेंसी से करार होने की जानकारी दी गई है। साथ ही शहर में देवास नाका, सत्यसाई , मुसाखेड़ी और आईटी चौराहे पर बन रहे ब्रिज की जानकारी ली। मुख्यमंत्री को बताया गया कि उक्त चारों फ्लाई ओवर ब्रिज मार्च 2026 तक पूर्ण हो जाएंगे।
पानी, सिवरेज और सड़कों के कार्यों को बताया
नगर निगम द्वारा शहर में अमृत योजना 2.0 में 400 एमएलडी पानी का सप्लाय बढ़ाने और नए 27 वाटर टैंक बनाने, सिवरेज लाइन अमृत 2.0 में स्वीकृत के अतिरिक्त लाइन डालने और शहर में नए एसटीपी प्लांट डालने की योजना बताई गई । साथ ही शहर में 23 सड़कों के निर्माण के टेंडर होने और कुछ सड़कों की बाधा हटाकर कार्यों को गति मिलने का बताया गया। निगमायुक्त शिवम वर्मा ने कहा कि बाकी शहर में विकास के अलग अलग प्रस्ताव पर जल्द ही काम शुरू करने के लिए टेंडर प्रक्रिया जारी है।
आई डी ए के विकास कार्य
बैठक में मुख्यमंत्री को आईडीए के विकास कार्यों को लेकर कलेक्टर ने बताया कि टीपीएस योजनाओं में 45 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा एमआर – 11 एवं 12 का टेंडर होकर वर्क ऑर्डर हो चुके है। यह सड़क अगले साल तक पूरी हो जाएगी और इससे सिंहस्थ में फायदा मिलेगा।
आईडीए सीईओ रामप्रकाश अहिरवार ने जानकारी दी कि शहर के चारों फूटी कोठी, खजराना, भंवरकुआ और लव कुश चौराहा के फ्लाई ओवर ब्रिज का काम अंतिम चरण में है। फूटी कोठी फ्लाई ओवर दीपावली तक और बाकी तीनों ब्रिज की एक लेन अगले दो महीने में पूरी हो जाएगी। इसके बाद प्रस्तावित स्टार्ट अप पार्क, कन्वेंशन सेंटर और अहिल्या पथ के बारे में बताया गया।
मैट्रो और पुलिस विभाग की समीक्षा अगली बैठक में
इंदौर मैट्रो और पुलिस विभाग के कामों की समीक्षा समय कम होने कारण नहीं हो सकी। उक्त दोनों विभागों के साथ एमपीआईडीसी के प्रस्तावित योजनाओं की जानकारी भी रह गई है। उक्त विभागों के काम और प्रोजेक्ट को लेकर मुख्यमंत्री अगली बैठक में चर्चा करेंगे। समय कम होने से मुख्यमंत्री ने कहीं और जाने और विधायकों के साथ चर्चा का कह कर बैठक खत्म कर दी।
यहां बनेंगे एलिवेटेड रोड की जगह फ्लाई ओवर
एलआईजी से नवलखा चौराहा तक एलिवेटेड रोड अब नहीं बनेगा। उक्त सड़क पर एलिवेटेड रोड के लिए मिट्टी परीक्षण का कार्य शुरू हो गया था। सड़क पर अब एलआईजी, पलासिया, गीता भवन, सीजीओ भवन, जीपीओ और नवलखा पर फ्लाई ओवर बनेंगे।