ग्वालियर। राज्य आनंद संस्थान, आनंद विभाग, म.प्र. शासन द्वारा ग्वालियर में विभिन्न विभागों के शासकीय सेवको हेतु आनंदम सहयोगी प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। उक्त आयोजन भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान में किया गया। उक्त कार्यशाला में ग्वालियर संभाग के भिन्न-भिन्न शासकीय विभागों से लगभग 60 प्रतिभागी पंजीकृत हुए ।
उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रबधंन व प्रशिक्षण हेतु आनंद विभाग के मास्टर ट्रेनर हितेंद्र बुधौलिया, बालकृष्ण शर्मा, सुधीर आचार्य उपस्थित रहे।
ग्वालियर से मास्टर ट्रेनर व आनंदको ने आंनद विभाग के प्रतिनिधिनियों ने अपना सहयोग प्रदान किया जिसमें विभाग के जिला समन्वयक हेमन्त त्रिवेदी,कार्यक्रम समन्वयक ए. के. शर्मा, डॉ. रूपा आनंद, दीप्ति उपाध्याय, गजेंद्र सरकार, प्रेमांजली त्रिवेदी, भारती शाक्य,अरुण शर्मा, हेमलता राव,कंचन राव, ऋषिकेश वसिष्ठ व नीतू गुप्ता प्रमुख थे।
कार्यक्रम के अतिथि डाॅ. चंद्र शेखर बरुआ व निशांत चतुर्वेदी के उद्बोधन के बाद कार्यक्रम का आगे बढ़ा।कार्यक्रम का संचालन गजेंद्र सरकार ने किया, संस्थान का परिचय ए. के. शर्मा ने दिया। कार्यक्रम की रूपरेखा को हेमन्त त्रिवेदी ने प्रस्तुत किया।
मास्टर ट्रेनर दीप्ति उपाध्याय ने आनंद की ओर टूल्स के माध्यम से स्वयं से व स्वयं के आनंद से जुड़ने का महत्व बताया।
बालकृष्ण शर्मा ने जीवन में चिंता व भय को समझने व उन्हें दूर करने हेतु मैप के माध्यम से उन चिंताओं पर कैसे कार्य करना है, यह बताया। दीप्ति उपाध्याय व डॉ रूपा आनंद ने जीवन मे रिश्ते के महत्व और रिश्ते में आ रहे दुख परेशानी के कारणों को खोज उन पर क्षमा, धन्यवाद के माध्यम से मजबूत कर आनंद को बढ़ाने की प्रक्रिया पर प्रकाश डाला। बुधौलिया ने संपर्क, सुधार और दिशा को अपनी जीवन यात्रा को समझाते हुए स्वयं के आंतरिक संपर्क सुधार को स्पष्ठ किया। उसके बाद सुधीर आचार्य ने फ्रीडम ग्लास के उदाहरण से क्रोध, इर्ष्या, बुरे विचार व दुख के विचारों को स्वयं से मुक्त कर आनंदित रहने की यात्रा पर प्रकाश डाला।
अंतिम दिवस पर भोपाल से आये मास्टर ट्रेनर हिमांशु भरत ने स्वयं की यात्रा की संपूर्णता विभिन्न उदाहरण से समझाया व प्रतिभागियों को मौन का महत्व व शक्ति को बताया। इसी क्रम में पूर्व लोक शिक्षण संचनालय के अतिरिक्त संचालक धीरेंद्र चतुर्वेदी ने भी सार्वभौमिक मानवीय मूल्यों पर सभी प्रतिभागियों से चर्चा की एवं सुविधा,समझ, संबंध एवं न्याय व्यवस्था के साथ जीने की प्रक्रिया को बहुत ही सरल शब्दों में समझायाl
कार्यक्रम में आभार व्यक्त जिला समन्वयक आनंद विभाग हेमंत त्रिवेदी द्वारा किया गया।