खाना खाकर सो रहे सोते ही रह गए मजदूर
फार्म हाउस मालिक सहित चार के खिलाफ प्रकरण दर्ज
इंदौर/महू: गुरुवार की देर रात महू के चोरल गांव में एक निर्माणाधीन फार्म हाउस की छत गिर जाने से 5 मजदूरों की मौत हो गई. घटना की जानकारी शुक्रवार की सुबह ग्रामीणों ने देखा तो लगी. लोगों ने इसकी सूचना सबसे पहले पुलिस को दी. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर प्रशासन को. प्रशासन की टीम ने यहां तीन घंटे तक तीन जेसीबी व एक पोकलेन मशीन से पांच मृतकों के शवों को निकाला.ग्रामीण एसपी हीतिका वासल ने घटना की जानकारी देते हुए नव भारत को बताया कि मृतकों में दो सगे भाई व ठेकेदार के साथ दो अन्य की मौत हुई है. इनमें इंदौर शाजापुर के दो-दो व राजस्थान का रहने वाला एक मजदूर था.
पूछताछ में पता चला कि गुरुवार की शाम को इन मजदूरों ने यहीं पर खाना खाकर सो गए थे. शुक्रवार की सुबह रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत बचाव एवं राहत कार्य शुरु किया था जो तीन घंटे सतत चला. जांच में पता चला कि फार्म हाउस में गुरुवार को ही स्लैब डाली थी, और उसी के नीचे रात को मजदूर सो गए थे. मरने वालों में राजस्थान के बांसवाड़ा से आए 35 वर्षीय ठेकेदार पवन पिता भंवरलाल पांचाल, इंदौर के रहने वाले 22 वर्षीय राजा पिता शेर सिंह के साथ शाजापुर गांव दोनों सगे भाई उन्मोद के 22 वर्षीय हरिओम पिता रमेश मालवी व 20 वर्षीय अजय पिता रमेश मालवीय तथा छोटा बांगड़दा में रहने वाले 45 वर्षीय गोपाल पिता बाबूलाल प्रजापति शामिल थे. पांचों के शव को पोस्टमार्टम के लिए एमवाय अस्पताल भेजा गया. घटना स्थल पर एसडीएम महू चरणजीत सिंह हुड्डा, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण हितीका वासल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण रुपेश द्विवेदी पुलिस बल सहित मौजूद रहे.
इन पर दर्ज किया प्रकरण
मामले में पटवारी प्रकाश सोनी का कहना हैं कि खसरे की जानकारी के अनुसार फार्म हाउस के मालिक ममता पति कन्हैयालाल व अनाया पति भरत डेमला है. इस पर पुलिस ने दोपहर में ही चोरल रिवर रिसोर्ट के मालिकों चितावत रोड साजन नगर में रहने वाले 36 वर्षीय विकास पिता श्रीनिवास डेम्बला व सिहोर के रहने वाले 32 वर्षीय राहुल पिता शिवचरण अहिरवार के साथ ही 221 द्वारकापुरी में रहने वाली अनाया पति भरत डेम्बला व विहाना पति जतिन डेम्बला के खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज किया है.
निर्माण कार्य की अनुमति नहीं ली
इस दौरान महू एसडीएम सीएस हुड्डा ने बताया है कि फार्म हाउस के मालिक ने निर्माण कार्य की कोई अनुमति नहीं ली है. जांच की जाएगी कि निर्माण कार्य की अनुमति कहां से प्राप्त हुई थी.
मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घटना को दुखद बताते हुये शोक संवेदना व्यक्त की है. उन्?होंने दिवंगतों की पूण्यात्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिजनों को अपार दुख सहने की बाबा महाकाल से प्रार्थना की है. उन्होंने मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री स्वेच्छा अनुदान से दो-दो लाख रुपये देने के निर्देश भी दिये है। रेडक्रॉस के माध्यम से भी मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की सहायता दी जा रही है। इस तरह मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता मिलेगी।
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही तुरंत राहत एवं बचाव कार्य प्रारंभ करा दिया था. सभी संबंधित अधिकारी एवं एसडीआरएफ के दल को मौके पर तुरंत ही भेजा. उन्होंने राहत एवं बचाव कार्य पूरी मुस्तैदी के साथ किया.