ग्वालियर चंबल डायरी
हरीश दुबे
कई कांग्रेस सरकारों में मिनिस्टर और शिवराज सरकार के दौर में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रह चुके डॉ. गोविंद सिंह की कभी चंबल की सियासत में तूती बोलती थी लेकिन लगातार सात बार विधायक रहे डॉक्टर इस बार चुनाव क्या हारे, वे भाजपा शासन के निशाने पर आ गए। लहार में बनी उनकी कोठी को सरकारी जमीन पर अतिक्रमण ठहराने की कोशिश की गई। प्रशासन ने जमीन की नापजोख की और उनकी कोठी में पुलिस घुस गई। डॉ गोविंद सिंह ने इसे अपने राजनीतिक रसूख के लिए चुनौती माना और लहार में दिग्विजय सिंह से लेकर जीतू पटवारी, अजय सिंह, अरुण यादव तक सूबे की पूरी कांग्रेस को जोड़ लिया। उन्होंने साफ संकेत दे दिया है कि पूरी कांग्रेस पार्टी उनके साथ खडी है, इसलिए उन्हें छेड़ने की कोशिश न की जाए। हालांकि वे जितने भाजपा से नाराज हैं, उतने ही अपनों से दुःखी हैं। आज बुधवार को भिंड में उनके खिलाफ यादव समाज के नाम पर हुए विरोध प्रदर्शन में ग्वालियर के कुछ नेताओ की मौजूदगी से उनके समर्थक खासे नाराज हैं और भोपाल तक शिकायत की गई है।
महाआर्यमन की मेहनत लाई रंग, ग्वालियर को मिला अंतरराष्ट्रीय टी 20
अभी कुछ ही महीना पहले महाआर्यमन सिंधिया की कोशिशों से मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा टी 20 क्रिकेट लीग एमपीएल का आयोजन ग्वालियर में किया गया था । इसके लोकार्पण कार्यक्रम में बीसीसीआई अध्यक्ष जय शाह व कपिल देव भी आए थे । उसी समय महाआर्यमन ने ग्वालियर में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच कराने की माँग की थी और आज एमपीएल के आयोजन के लगभग 40 दिनों बाद ही बीसीसीआई से पहला अंतरराष्ट्रीय मैच की घोषणा हो गई है। लगभग एक दशक से भी अधिक लम्बा इंतज़ार अब ख़त्म होने जा रहा है, बीसीसीआई द्वारा नोटिफ़िकेशन जारी किया गया है । इस नोटिफ़िकेशन में इंडिया बांग्लादेश के बीच खेले जाने वाला आगामी 6 अक्तूबर का मैच जो पहले धर्मशाला में होने वाला था उसे अब ग्वालियर में किया जा रहा है। ग्वालियर में बच्चों से लेकर बड़ों तक को अब इस इंटरनेशनल वनडे का बेसब्री से इंतजार है।
प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति में सिंधिया की चली
एक बार फिर ग्वालियर चंबल की सियासत में सिंधिया की चली है। ग्वालियर चंबल के जिलों के प्रभार सिंधिया खेमे के मंत्रियों को ही मिले हैं। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अपने मंत्रिमंडल के मंत्रियों को जिलों का प्रभार सौंपा तो तुलसी सिलावट को एक बार फिर से सिंधिया के गृह नगर ग्वालियर का प्रभार सौंपा गया है तो उनके संसदीय क्षेत्र गुना शिवपुरी का प्रभारी मंत्री महल के नजदीकी माने जाने वाले दोनों मंत्रियों गोविंद सिंह राजपूत और प्रद्युम्न सिंह तोमर को मिला है। करण सिंह वर्मा मुरैना तो ऐदल सिंह कंसाना को दतिया का प्रभार सुपुर्द किया गया है। चंबल में सांसदी के टिकट वितरण में नरेंद्र सिंह की चली तो प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति में महल भारी पड़ा है, हालांकि मुरैना के प्रभारी मंत्री बनाए गए करण सिंह को सिंधिया की पसंद माना जा रहा है।
भाजपा में कुर्सी दौड़…
फिलहाल भाजपा में ग्वालियर का जिलाध्यक्ष पद येन केन प्रकारेण हथियाने की स्पर्धा चल रही है। वहीं मौजूदा अध्यक्ष अभय चौधरी किसी भी सूरत में यह पद छोड़ने के लिए तैयार नहीं दिखते। पारस जैन, जयप्रकाश राजौरीया, रामेश्वर भदौरिया, कमल माखीजानी, अशोक जैन जैसे नेता स्पर्धा में हैं। सिंधिया खेमे के नेता इस मामले में फिलहाल नाउम्मीद ही दिख रहे हैं।