नयी दिल्ली 13 अगस्त (वार्ता) रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने वायु सेना के लड़ाकू विमान सुखोई से मंगलवार को लंबी दूरी के ग्लाइड बम गौरव का सफल पहला उड़ान परीक्षण किया है। यह परीक्षण ओडिशा के तट पर किया गया।
गौरव हवा में दागे जाने वाला 1,000 किलोग्राम श्रेणी का ग्लाइड बम है जो लंबी दूरी तक लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। गौरव को डीआरडीओ की हैदराबाद में प्रयोगशाला में डिजाइन और विकसित किया गया है।
उड़ान परीक्षण के दौरान, ग्लाइड बम ने व्हीलर द्वीप पर लक्ष्य पर सटीक निशाना लगाया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सफल उड़ान परीक्षण के लिए डीआरडीओ, वायु सेना और उद्योग जगत को बधाई दी। उन्होंने सशस्त्र बलों की क्षमता को और मजबूत करने के लिए स्वदेशी रक्षा प्रौद्योगिकियों को विकसित करने के द प्रयास में इसे एक बड़ा मील का पत्थर बताया।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी कामत ने सफल उड़ान परीक्षण के लिए पूरी डीआरडीओ टीम को बधाई दी।