नयी दिल्ली 10 अगस्त (वार्ता) भारतीय हॉकी टीम का पेरिस ओलंपिक 2024 में कांस्य पदक जीतकर शनिवार को स्वदेश लौटने पर दिल्ली हवाई अड्डे पर भव्य स्वागत किया गया। हवाई अड्डे पर भारतीय खिलाड़ियों का ढोल-नगाड़ों के साथ उनके प्रशंसकों ने जोरदार स्वागत किया, खिलाड़ियों के इंतजार में हॉकी प्रशंसक सुबह से ही हवाई अड्डे के बाहर जमा हो गए थे।
हॉकी खिलाड़ी हवाई अड्डे से जैसे ही बाहर निकले तो हजारों हॉकी प्रशंसक उनकी झलक पाने के लिए पलकें बिछाए उनके इंतजार में खड़े थे। हॉकी टीम के बाहर आते ही भारत जिंदाबाद और सरपंच साहब (कप्तान हरमनप्रीत सिंह) के नारे लगा रहे थे। इसे देखकर कप्तान और टीम के सभी साथी भी काफी खुश नजर आ रहे थे।
खेल मंत्री डा़ॅ मनसुख मांडविया ने पेरिस ओलंपिक खेलों में कांस्य पदक जीतकर स्वदेश लौटी हॉकी टीम के खिलाड़ियों से भेंट की और उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी। डॉ. मांडविया ने सभी खिलाड़ियों का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया।
डा़ॅ मांडविया ने खिलाड़ियों से कहा कि ओलंपिक खेलों में 52 साल बाद लगातार दूसरी बार पदक जीत कर आपने देश का नाम रोशन किया है, पूरे देश को आप सभी पर गर्व है।
टीम के सदस्य हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि देने के लिए अपने कांस्य पदकों के साथ नेशनल स्टेडियम पहुंचे और हॉकी के जादूगर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि अर्पित की।
हॉकी इंडिया के महासचिव भोला नाथ सिंह ने भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश के समापन समारोह में ध्वजवाहक चुने जाने पर बात की। उन्होंने कहा, ‘पीआर श्रीजेश इसके हकदार है (ओलंपिक के समापन समारोह में ध्वजवाहक बनने के लिए)। अगर भारत सरकार और भारतीय ओलंपिक समिति ने उन्हें यह अवसर दिया है तो हॉकी इंडिया उनका शुक्रिया अदा करता है… यह एक शानदार जीत थी, लगातार दो पदक जीतना एक बड़ी उपलब्धि है। लेकिन, हमारा लक्ष्य फाइनल खेलना था लेकिन रेफरी की गलती से डिफेंडर अमित रोहिदास को बाहर बैठाने की वजह से हमें हार का सामना करना पड़ा और इसलिए हम कांस्य पदक के साथ यहां हैं, अन्यथा पदक का रंग बदल जाता।’
भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने स्वदेश लौटकर कहा, ‘पदक तो पदक होता है और देश के लिए इसे जीतना बहुत बड़ी बात है। हमने फाइनल में पहुंचने और स्वर्ण पदक जीतने की कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्य से हमारा सपना पूरा नहीं हुआ। लेकिन हम खाली हाथ नहीं लौटे हैं लगातार पदक जीतना अपने आप में एक रिकॉर्ड है। हमें जो प्यार मिला है, वह बहुत बड़ी बात है। यह उनके (पीआर श्रीजेश) लिए एक भावुक क्षण था क्योंकि वह अपना आखिरी मैच खेल रहे थे। वह सेवानिवृत्त हो चुके हैं, लेकिन वह हमारे साथ रहेंगे। मैं भारत सरकार, स्पोर्ट्स ऑथोरिटी ऑफ इंडिया और ओडिशा सरकार को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं। हमें जो प्यार मिल रहा है वह हमारी ज़िम्मेदारी को दोगुना कर देता है हम जब भी खेलेंगे, देश के लिए पदक जीतने की कोशिश करेंगे।’
हॉकी इंडिया ने भारतीय हॉकी टीम के प्रत्येक खिलाड़ी को 15-15 लाख रुपये और सहयोगी स्टाफ के हर सदस्य को 7.5 लाख रुपये के पुरस्कार देने की भी घोषणा की है।
उल्लेखनीय है कि पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत ने स्पेन के खिलाफ 2-1 से जीत हासिल करके कांस्य पदक अपने नाम कर लिया। भारत ने न केवल पुरुष हॉकी में कांस्य पदक जीता, बल्कि 1972 के बाद पहली बार लगातार दो बार ओलंपिक पोडियम पर जगह बनाई।