रिलायंस सासन पावर एवं जिला प्रशासन की लापरवाही का परिणाम, रात भर रतजगा कर जूझते रहे ग्रामीण
नवभारत न्यूज
सिंगरौली 8 अगस्त। जिला मुख्यालय बैढ़न सहित आसपास के इलाकों में बीती रात हुई घनघोर बारिश से जन-जीवन प्रभावित हुआ है। वही जिले के अधिकांश नदी-नाले उफान पर आ गए। इतना ही नही बैढ़न ब्लॉक के हर्रहवा में रिलायंस सासन पावर का ऐश डैम ओव्हर फ्लो होने से पानी एवं मलवा करीब दो दर्जन घरों तथा करीब 10 हे. से अधिक रकवे में जमा होने से लोगबाग रतजगा करने के लिए मजबूर थे।
दरअसल बुधवार एवं गुरूवार की रात जिले के अधिकांश भागों में करीब 6 घण्टे तक मूसलाधार बारिश होने से जिला पानी-पानी हो गया। वही नदी-नाले भी उफान पर आ गए। सबसे बड़ी मुसीबत हर्रहवा गांव में आई। जहां आरोप है कि रिलायंस सासन पावर के ऐश डैम ओव्हर फ्लो हो गया और उसका मलवा तथा पानी कई घरों में समाने लगा। आलम यह था कि दर्जनों लोग घरों में पानी जमा होते देख इधर-उधर भागने लगे। इसकी जानकारी ब्लॉक अधिकारियों को दी गई। जहां मौके से एसडीएम, तहसीलदार सहित चौकी प्रभारी सासन व रिलायंस कंपनी का स्टाफ भी पहुंचा। घटना स्थल का मुआयना किया। वही ग्रामीणों ने रिलायंस सासन प्रबंधन व स्थानीय प्रशासन ठहराते हुये कहा कि जब 2020 में ऐश डैम टूटा था उस दौरान कंपनी प्रबंधन व प्रशासन ने बहुत कुछ आश्वासन देते हुये कहा गया था कि अब ऐसी व्यवस्था होगी की ऐश डैम के टूटने और ओव्हर फ्लो की शिकायत नही मिलेगी। किन्तु प्रशासन भी अपनी जिम्मेदारी से मुकर गया। प्रशासन भी केवल इन दिनों एक ही काम में लगा है जो जगजाहिर है। ग्रामीणों ने रिलायंस प्रबंधन एवं प्रशासन के अमले का खूब खरी खोटी भी सुनाई।
हर्रहवा गांव के इन घरों में घूसा मलवा एवं पानी
जानकारी के अनुसार रिलायंस सासन पावर के ऐश डैम के ओव्हर फ्लो होने से उसका मलवा एवं पानी हर्रहवा गांव के सुरेन्द्र सिंह, पंजाब सिंह, लोलर सिंह, गंगा सिंह, जमुना सिंह, देवपति सिंह, नर्वदा सिंह, लालमनि सिंह, शैलेन्द्र साकेत, रमेश सिंह सहित दर्जनों घरों एवं 10 हे. से ज्यादा खेतों में जमा हो गया। जहां खरीफ फसलों को भारी नुकसान होने की खबर है। साथ ही आवागमन भी प्रभावित हुआ है। यहां तक कि स्कूली बच्चों को इसी मलवे को पार करना पड़ा है। जहां बच्चे कीचड़ से लथपथ हो गए।
देवरा-चौरा टोला मार्ग एवं तियरा के नाले तमतमाएं
बुधवार एवं गुरूवार की मध्य रात अंचल में हुई मूसलाधार बारिश का व्यापक असर दिखाई दिया है। आलम यह था कि बैढ़न के अधिकांश खेत, तालाब में पानी ही पानी नजर आ रहा था। शहर के मोहल्लों की नालियां भी तमतमाई हुई थी। इतना ही नही देवरा से गनियारी चौरा टोला को जोड़ने वाला नाला उफान पर था। खतरे से करीब तीन फीट ऊपर पानी चलने के कारण करीब 8 घण्टे समय तक आवागमन पूरी तरह से ठप रहा। वही तियरा-विलासपुर से सिंगरौली को जोड़ने वाला नाला भी उफान पर होने से करीब 4 घण्टे तक आवागमन अवरूद्ध था। इसी तरह जिले के अन्य नदी, नाले भी उफान पर होने के कारण आवागमन प्रभावित हुआ ।