इंदौर: राजस्व अधिकारियों का कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण होकर सीधे जनता से जुड़ा होता है. अतः राजस्व अधिकारी अपनी कार्यप्रणाली को इस प्रकार से रखे कि आमजन के कार्य सुलभता से हो और उन्हें कोई परेशानी न आये. राजस्व अधिकारी स्वयं को आधुनिक तकनीक के अनुसार अपडेट करें. राजस्व अधिकारियों के काम करने का तरीका ऐसा होना चाहिए कि उनके कार्य से आम जनता को संतुष्ट हो.संभागायुक्त दीपक सिंह ने यह बात आज कलेक्टर कार्यालय बड़वानी के सभागृह में आयोजित राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक में कही. संभागायुक्त ने राजस्व महा अभियान 2.0 के तहत बड़वानी जिले में प्रगति की समीक्षा की.
उन्होंने निर्देशित दिये कि यह अभियान अत्यंत महत्वपूर्ण और शासन की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में सहायक है. उन्होंने निर्देश दिये कि अभियान अंतर्गत राजस्व अधिकारी लक्ष्य निर्धारित कर प्रगति सुनिश्चित करें. उन्होंने निर्देश दिये कि राजस्व अधिकारी राजस्व महा अभियान के तहत नक्शा तरमीम, समग्र ईकेवायसी, लैण्ड मेपिंग के कार्य को प्रतिदिन पूर्ण करें. साथ ही मैदानी स्तर पर प्रभावी कार्य क्रियान्वयन सुनिश्चित कराये. बैठक में कलेक्टर डॉ. राहुल फटिंग, जिला पंचायत सीईओ काजल जावला, अपर कलेक्टर केके मालवीय, संयुक्त कलेक्टर सोहन कनाश एवं विशाखा देशमुख, एसडीएम सेंधवा अभिषेक सराफ, पानसेमल रमेश सिसोदिया, राजपुर जितेन्द्र कुमार पटेल, बड़वानी भूपेन्द्र रावत सहित जिले के समस्त तहसीलदार, नायब तहसीलदार उपस्थित थे.
स्वयं प्रकरणों की मॉनीटरिंग करें
उन्होंने निर्देश दिये कि आरसीएमएस पोर्टल से कोई भी प्रकरण समय सीमा से बाहर नहीं हो. अधिकारी स्वयं प्रकरणों की मॉनिटरिंग करें. आरबीसी 6(4) के तहत दर्ज प्रकरणों में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के पूर्व एक बार तहसीलदार स्वयं जाकर स्थिति का परीक्षण करें. राजस्व अधिकारी अपनी टैबल का स्वयं निरीक्षण करें. कैलेण्डर बनाकर प्रकरण वार समीक्षा करें.