वायनाड, 05 अगस्त (वार्ता) केरल के वायनाड जिले में हुए भूस्खलन में मरने वालों की संख्या सोमवार को बढ़कर 391 हो गई तथा 186 लोग अभी भी लापता हैं।
सूत्रों ने बताया कि सोमवार को तलाश अभियान के दौरान मुंडक्कई और चूरलमाला से छह शव बरामद किए गए। केरल के राजस्व मंत्री के. राजन ने कहा है कि भूस्खलन से तबाह हुए इलाके में आखिरी लापता व्यक्ति के मिलने तक तलाश अभियान जारी रहेगा। सूजीपारा और पोथुक्कल के बीच तलाशी अभियान मंगलवार को तेज किया जाएगा। पुथुमाला में हैरिसन प्लांटेशन लिमिटेड द्वारा सोमवार को मुफ्त में उपलब्ध कराई गई 64 सेंट जमीन पर सर्व-धार्मिक प्रार्थना के बाद अज्ञात 31 शवों और शवों के 158 मानव अंगों का सामूहिक अंतिम संस्कार किया गया। शवों से डीएनए नमूने और अन्य निशान लेने के बाद दाह संस्कार किया गया।
राजस्व विभाग ने शेष शवों के दाह संस्कार के लिए पुथुमाला में स्थापित कब्रिस्तान के पास 50 सेंट भूमि अधिग्रहित करने का निर्णय लिया है। आठ लावारिस शवों के पहले जत्थे को देर रात पुथुमाला में दफनाया गया।
गौरतलब है कि पुथुमाला में 2019 में भी भूस्खलन हुआ था। मौजूदा समय में तीन गर्भवती महिलाओं सहित 2514 बचे हुए लोग मेप्पाडी पंचायत के 77 राहत शिविरों में रह रहे हैं।गत 30 जुलाई को मेप्पाडी पंचायत के 10, 11 और 12 वार्डों में मुंडक्कई, चूरलमाला और अट्टामाला क्षेत्रों में हुए भूस्खलन से 4833 लोग प्रभावित हुए थे।
एलएसजीडी मंत्री एम बी राजेश ने कहा है कि बचे हुए लोगों के सभी खोए हुए दस्तावेज और प्रमाण पत्र एलएसजीडी विभाग की सहायता से उपलब्ध कराए जाएंगे। लोगों के अनावश्यक दौरों से बचने के लिए कल भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में मोबाइल पुलिस गश्त को मजबूत किया जाएगा।
वहीं, शिक्षा मंत्री वी. सिवन कुट्टी क्षेत्र में विद्यार्थियों को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर चर्चा करने के लिए वायनाड पहुंचेंगे। केरल के वन मंत्री ए.के. शशिधरन ने कहा है कि केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव की यह टिप्पणी कि स्थानीय निकायों के समर्थन से किए गए अवैध खनन और अतिक्रमण के कारण वायनाड में भूस्खलन हुआ, “निराधार” है। पिछले छह दिनों से सेना के राहत एवं बचाव अभियान का नेतृत्व कर रहे मेजर जनरल वी. टी. मैथ्यू सोमवार को बेंगलुरू स्थित अपने मुख्यालय लौट आए।