- पुलिस नहीं कर रही तलाश, महिला कांग्रेस अध्यक्ष विभा पटेल ने कहा
नवभारत प्रतिनिधि
भोपाल, 30 जुलाई. महिला कांग्रेस अध्यक्ष विभा पटेल ने कहा कि मध्यप्रदेश में अब लड़कियां और महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है. महिला अपराध के मामले में मध्यप्रदेश, देश की राजधानी बनती जा रही है. भाजपा सरकार के राज में 2021 से 2024 के बीच 28,857 महिलाएं और 2,944 लड़कियां लापता हुई हैं. सिर्फ 724 गुमशुदगी के मामले दर्ज किए गए हैं.
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यादव सरकार का नारी सम्मान और महिला सुरक्षा का दावा खोखला है. इसकी ताजी मिसाल सोमवार को दमोह से गुम हुई कॉलेज की चार छात्राएं हैं. पुलिस अब तक इन्हें तलाश नहीं कर पाई. ये सिस्टम के चुस्त और दुरुस्त होने की कलई खोलता है. पटेल ने कहा कि दमोह पुलिस की कार्यप्रणाली से पता चलता है कि लड़कियों के गुम होने के मामले में पुलिस पंजीबद्ध कर रही है, लेकिन तलाशने के नाम पर उसकी कार्रवाई सिर्फ तमाशा है. विभा पटेल ने कहा कि प्रदेश सरकार भले ही राज्य में महिला सुरक्षा का डंका पीट रही हो, लेकिन हकीकत सरकार के दावों से कोसों दूर है. अगर यहीं स्थिति रही तो मजबूर होकर बच्चियां, लड़कियां, महिलाएं घर से बाहर निकलना ही छोड़ देंगी.
ये हैं लापता महिलाओं के आंकड़े
पटेल ने कहा कि महिला अपराध में मध्यप्रदेश, देश की राजधानी बन गया है. ग्वालियर में 214 महिलाएं लापता हैं, पर पुलिस ने सिर्फ 3 मामले ही पंजीबद्ध किए हैं. इंदौर में 479 महिलाएं लापता है, पर सिर्फ 15 प्रकरण, उज्जैन में 34 महीनों में 676 महिलाएं लापता, फिर भी एक भी मामला पुलिस में दर्ज नहीं है. इंदौर में 2,384 महिलाएं लापता हैं, लेकिन सिर्फ़ 15 मामले दर्ज किए हैं. उन्होंने कहा कि राज्य विधानसभा में सरकार ने बताया था कि भोपाल से 626 महिलाएं और 184 बच्चियां तो ग्वालियर 468 महिलाएं और 129 बच्चियां और जबलपुर से 697 महिलाएं व 199 बच्चियां गुम है. इस मामले में ठोस कार्रवाई नहीं होने तक महिला कांग्रेस चुप नहीं रहेगी. सडक़ों पर आकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी.
इवेंट में यादव सरकार मदमस्त : जीतू पटवारी
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि आरएसएस और भाजपा दमोह को अपना विकास का गढ औैर राजनीति की प्रयोगशाला कहती है, लेकिन दमोह में कानून और स्वास्थ्य के क्षेत्र के मामले में निरंतर ऐसे हादसे, ऐसी घटनाएं सामने आ रही है, जिससे पूरा प्रदेश राष्ट्रीय स्तर पर शर्मसार हो रहा है.
वही यादव सरकार दूसरे शहरों में जाकर इवेंट कराने में मदमस्त है. प्रदेश के मुखिया ही गृहमंत्री के पद पर कुंडली मारकर बैठे है, इसलिए प्रदेश की कानून व्यवस्था के हालात बेहाल, लचर होने से स्थिति चिंताजनक है.