अपर कलेक्टर ने बैठक में दिये निर्देश
सतना 27 जुलाई /मैहर कलेक्ट्रेट कार्यालय के सभाकक्ष में अपर कलेक्टर शैलेंद्र सिंह ने शनिवार को जिले में डायरिया के बढ़ते मामलों को देखते हुए बैठक ली। बैठक में जिले के स्वास्थ्य विभाग, पीएचई, जनपद और राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में एसडीएम मैहर विकास सिंह, तहसीलदार जितेंद्र पटेल, सीईओ प्रतिपाल बागरी, सीएमएचओ एलके तिवारी, डॉ पुष्पेंद्र साहू, डॉ सजीव दिवेदी तथा विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
अपर कलेक्टर शैलेन्द्र सिंह ने मैहर जिले के तहसील के पांच ग्राम में पिपराहट, मोदहा, जरियारी, डेल्हा और हरदुआ में फैले डायरिया के मामलों की रोकथाम हेतु सभी विभागो को निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी विभाग अलर्ट हो जाए और किसी प्रकार की विभागीय लापरवाही नहीं बरती जाये। श्री सिंह ने कहा कि बीमारी को रोकने के लिए तीन बाते सबसे महत्वपूर्ण है, सूचना तंत्र, संसाधन और उपचार। सबसे पहले प्रभावित इलाकों में प्रयोग किए जाने वाले पानी के स्त्रोत कुएं, हैंडपंप, पाइपलाइन के पानी के उपयोग पर रोक लगाकर संक्रमण को और अधिक फैलने से रोका जा सकता है। क्लोराइड युक्त साफ पानी टैंकरों के माध्यम से भेजा जाए। साथ ही पीएचई विभाग द्वारा उपलब्ध किट के माध्यम से टैंकरों के पानी की जांच करने के बाद ही वितरण किया जाए। कुएं, तालाब, पानी की टंकियों और हैंडपंप में दवाइयों का छिड़काव करना सुनिश्चित कर लें। इसके अलावा सचिव, पटवारी प्रभावित व्यक्ति को तत्काल नजदीकी अस्पताल भेजने के लिए संसाधन भी उपलब्ध कराए।
श्री सिंह ने मैहर जिले के सिविल अस्पताल प्रभारी डॉ वीके गौतम को सभी डॉक्टरों और नर्सो की छुट्टी रद्द करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की टीम बनाए, जो अस्पताल आने वाले मरीजों का बेहतर उपचार करे एवं जो दवाएं अस्पताल में उपलब्ध नहीं है, उन्हें कोई एक चिन्हित मेडिकल स्टोर से मंगाया जायें जिसका भुगतान रोगी कल्याण फंड से किया जाएगा। इसके अलावा आशा कार्यकर्ता और आंगनवाड़ी केंद्रों में पर्याप्त मात्रा में ओआरएस और जरूरत की दवाइया उपलब्ध कराई जाये। उन्होंने कहा कि राजस्व, स्वास्थ्य और पीएचई विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा लगातार डायरिया प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण करे और डेली रिपोर्ट करें।