डांडा पूजन के बाद हुआ होलिका दहन, आयोजनों पर दिखेगा आचार संहिता का असर
शाजापुर: मारो भर-भरकर पिचकारी… होली का यही मतलब है… पूरे शहर में आज कुछ ऐसे ही गीत सुनने को मिलेंगे. धुलेंडी पर जहां रंगों से तन-मन भीगेगा, वहीं भांग के शौकीनों पर भी ठंडाई का जमकर सुरुर चढ़ेगा. हालांकि चंद्रशेखर आजाद होली उत्सव समिति द्वारा आजाद चौक में होने वाले धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों पर आचार संहिता का असर दिखाई देगा. क्योंकि हर बार देर रात तक चलने वाले ये कार्यक्रम इस बार आचार संहिता के चलते शाम 7 से रात 10 बजे तक ही आयोजित किए जाएंगे.
गौरतलब है कि रविवार शाम को नगर के 100 से अधिक होली दहन स्थल आकर्षक विद्युत साज-सज्जा से जगमगा रहे थे. इस अवसर पर महिलाओं ने होली की पूजा-अर्चना की. लकड़ी, कंडे आदि से सुसज्जित होली स्थल सूरज ढलते ही आकर्षण का केंद्र बन गए. श्रीहरि विष्णु के परम भक्त प्रहलाद एवं उनकी बुआ होलिका से जुड़ा होली पर्व मनाने के लिए नगर की विभिन्न होली उत्सव समितियों द्वारा एक सप्ताह पूर्व तैयारियां प्रारंभ कर दी थी. प्राचीन मान्यता के अनुसार कुंआरी कन्याओं ने गोबर से बने भरगोलिए बनाकर होलिका का शृंगार भी किया. विधि-विधान के साथ होली का दहन किया गया. वहीं सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर शहर के साथ-साथ जिले भर में भारी संख्या में पुलिस जवानों की तैनादगी की गई है एवं पुलिस वाहन भी रातभर गश्त करते हुए दिखाई दिए.
होली की आग में सेकेंगे बाटी
धुलेंडी के दिन शहरभर में लोगों के यहां विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनेंगे, लेकिन गवली समाज इस मौके पर भी अनोखी पंरपरा का निर्वहन करेगा. धुलेंडी के दिन सुबह होली को ठंडा करने के बाद गवली समाज की सभी महिलाएं होली की आग में ही बाटी सेकेंगी. जिसका चूरमा बनाया जाएगा और फिर सारे समाज में उसे प्रसाद के रूप में बांटा जाएगा.
रंगपंचमी पर निकलेगी फाग यात्रा
समिति सचिव नरेंद्र यादव, कोषाध्यक्ष हेमंत शितूत व सर्व हिन्दू उत्सव समिति के मीडिया प्रभारी धनराज गवली ने बताया कि 26 मार्च को राजस्थानी कलाकारों द्वारा नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी. 27 मार्च को भगवान खाटू श्याम जी की भजन संध्या होगी तथा 28 मार्च को कवि सम्मेलन का आयोजन होगा, जिसमे जानी बैरागी, अशोक नागर, अतुल ज्वाला, प्रेरणा ठाकरे, भूपेंद्र राठौर द्वारा रचनाओं की प्रस्तुति दी जाएगी. 29 मार्च को आर्केस्ट्रा का आयोजन होगा. रंगपंचमी के दिन सुबह से दोपहर तक होली खेली जाएगी. इसके बाद दोपहर 1 बजे आजाद चौक से फाग यात्रा निकाली जाएगी, जो नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए आजाद चौक में समाप्त होगी