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झाड़-फूंक के बजाए तुरंत पहुंचें अस्पताल
घर की साफ-सफाई रखें और गार्डन में पैर पटक कर चलें
भोपाल, 25 जुलाई. बरसात के मौसम में जहरीले सांपों का अपने बिलों से बाहर निकलना आम बात है. जैसे ही कोई व्यक्ति इनके संपर्क में आता है, वह उन्हें डस लेते हैं. परिणाम स्वरूप लोगों की जान बचाना मुश्किल हो जाता है. हाल ही में सर्पदंश से तीन मासूम बच्चों समेत चार लोगों की मौत की जानकारी सामने आई है, जबकि वास्तविक रूप से मरने वालों की संख्या इससे काफी ज्यादा है. सर्प विशेषज्ञों का मानना है कि घर की साफ-सफाई के साथ ही दरवाजों के नीचे वाली खाली जगह को बंद रखना चाहिए और झाड़-फूंक के बजाए तुरंत डाक्टर से संपर्क करना चाहिए. सर्पदंश से हो चुकी है इनकी मौत :- खूजरी सड़क स्थित उमाधाम कालोनी में रहने वाले दिव्य सागर का डेढ़ साल का बालक आर्यन घर में खेल रहा था. इसी दौरान कमरे में कहीं से सांप घुस आया. आर्यन खिलौना समझकर उसके पास चला गया तो सांप ने डस लिया, जिससे आर्यन की मौत हो गई. :- परवलिया में रहने वाला 10 साल का राहुल जाटव घर में रखी टोकरी से आम निकाल रहा था. इसी बीच टोकरी के अंदर बैठे सांप ने उसे डस लिया. परिजन इलाज के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां राहुल की मौत हो गई. :- कोलार रोड स्थित कजली खेड़ा में रहने वाली 9 साल की इलमा को घर के बाहर खेलते समय सांप ने डस लिया. परिजनों को बताया तो उन्होंने चोट खींचने वाली आयोडेक्स लगा दी. अगले दिन तबीयत बिगडऩे पर अस्पताल ले जाया गया, जहां बालिका की मौत हो गई. :- बैरसिया के ललरिया में रहने वाले मो. शरीफ खान (56) शासकीय स्कूल टीचर थे. छुट्टी के दिन वह अपने खेत पर काम से गए थे, जहां उन्हें सांप ने डस लिया. परिजनों ने शरीफ को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. जमीन पर जूते रखने से बचें सर्प विशेषज्ञ मो. सलीम ने बताया कि बरसात के मौसम में घर की साफ-सफाई रखनी चाहिए. दरवाजों के नीचे खाली स्थान को प्लास्टिक की डोरमैट लगाकर बंद करना चाहिए, ताकि बाहर से सांप अंदर नहीं आ सकें. दरवाजे के पास जमीन पर जूते रखने से बचना चाहिए. सांप इन जूतों के अंदर घुसकर बैठ जाते हैं और जूता पहनते समय काट लेते हैं. गार्डन में पैर पटककर चलें मो. सलीम ने बताया कि घर के बाहर गार्डन या खेतों में जाते समय पैर पटककर चलना चाहिए, इससे आसपास सांप होगा तो वह हट जाएगा. सांप अधिकतर पैरों में घुटने के नीचे डसता है, इसलिए उसके ऊपर वाले स्थान पर रस्सी अथवा कपड़ा बांधना चाहिए, ताकि जहर शरीर में नहीं फैले. सर्पदंश वाले स्थान पर चीरा लगाना चाहिए, जिससे जहरीला खून बह जाए. झाडफ़ूंक के बजाए डॉक्टर को दिखाएं विशेषज्ञों का मानना है कि किसी भी प्रकार के झाड़-फूंक से सांप का जहर नहीं उतारा जा सकता है, इसलिए तुरंत ही डाक्टर के पास जाना चाहिए. भोपाल में शासकीय हमीदिया अस्पताल में सर्पदंश के इलाज की सुविधा उपलब्ध है. इसके अलावा बड़े निजी अस्पतालों में भी सांप के डसने पर इलाज किया जाता है.