अहमदाबाद, (वर्ता) गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने गुरुवार को कहा कि ‘आइये हम 5 जी गुजरात मॉडल में एक और जी जोड़ें, वह है गुणवत्ता।’ हमारा राज्य गुणवत्ता अपनाने के क्षेत्र में सफलता हासिल करने के लिये प्रतिबद्ध है।
श्री पटेल क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (क्यूसीआई) की पहल ‘गुणवत्ता संकल्प गुजरात’ के लॉन्च पर बोल रहे थे जिसका उद्देश्य गुजरात में प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में गुणवत्ता वृद्धि पर अधिक ध्यान केंद्रित करना है। गुजरात गुणवत्ता पहल का उद्देश्य राज्य के विकास कार्यक्रमों का विस्तार और समर्थन करने के साथ-साथ जमीनी स्तर पर गुणवत्ता को मजबूत करना और समृद्ध गुजरात के लिये एक समग्र गुणवत्ता पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना है। इस पहल का उद्देश्य राज्य में शिक्षा और कौशल, स्वास्थ्य सेवा, ई-कॉमर्स, उद्योग और एमएसएमई, पर्यटन, संस्कृति और खेल और सामाजिक विकास जैसे प्रमुख क्षेत्रों में गुणवत्ता मानकों को फिर से परिभाषित करना है।
मुख्यमंत्री ने गुजरात गुणवत्ता संकल्प के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुये कहा कि कुछ साल पहले तक भारत में गुणवत्ता को काफी हद तक नजर अंदाज किया जाता था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में, देश गुणवत्ता प्रेमी बन गया है। देश आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, “चाहे मेक इन इंडिया हो, डिजिटल इंडिया हो या आत्मनिर्भर भारत, प्रधानमंत्री ने जो भी अभियान शुरू किये हैं, उनमें उल्लेखनीय प्रगति हुई है। हम गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। मुझे विश्वास है कि हम इसे महत्वपूर्ण बनायेंगे। इसे हम विकास के माइलस्टोन के रूप में स्थापित करने में 100 प्रतिशत सफलता प्राप्त करेंगे।”
उन्होंने कहा कि गुजरात ने 5जी मॉडल के तहत विकसित गुजरात के निर्माण में प्रगति को तेज कर दी है, जिसका मतलब है गौरवान्वित गुजरात, गुणवत्तापूर्ण गुजरात, ग्रीन गुजरात, ग्लोबल गुजरात और गतिशील गुजरात। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा, “आइये हम इस 5जी गुजरात मॉडल में एक और जी जोड़ें, वह है गुणवत्ता।”
क्यूसीआई के अध्यक्ष जक्षय शाह ने अपने संबोधन में कहा कि ऐतिहासिक नमक सत्याग्रह की शुरुआत अहमदाबाद से हुई थी। गुजरात गुणवत्ता संकल्प का गुणवत्ता अभियान भी इसी शहर से शुरू हो रहा है। उन्होंने कहा, “अहमदाबाद मेरा शहर है, जहां मैंने गुणवत्ता की बुनियादी बातें सीखीं। आज, क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष के रूप में, मैं अहमदाबाद में गुजरात क्वालिटी इनिशिएटिव का आयोजन करके बहुत गर्व महसूस कर रहा हूं। श्री मोदी का प्रत्येक भारतीय के लिये उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने का दृष्टिकोण है। इस अभियान का उद्देश्य गुजरात में जीवन, आजीविका और उद्योग के हर पहलू में गुणवत्ता के सिद्धांतों को शामिल करना है। ”
श्री शाह ने कहा, “ हम गुणवत्ता के नये मानक स्थापित करेंगे और गुजरात को भारत का पहला विकसित राज्य बनायेंगे। यह सिर्फ हमारी प्रतिबद्धता नहीं है, बल्कि सभी गौरवान्वित गुजरातियों के लिये एक उज्जवल, अधिक समृद्ध भविष्य की दिशा में एक आंदोलन है। ”
क्यूसीआई के महासचिव चक्रवर्ती टी कन्नन ने भी सभा को संबोधित किया और कहा, “यह परिवर्तन न केवल गुणवत्ता मानकों को विकसित करने के बारे में है, बल्कि एक गुणवत्ता संस्कृति के निर्माण के बारे में भी है। इसका असर समाज के हर पहलू पर पड़ेगा. गुणवत्ता उत्कृष्टता को बढ़ावा देती है। हरित क्रांति की तरह, यह दिन गुजरात और पूरे देश में गुणवत्ता क्रांति की शुरुआत करेगा।”
इस कार्यक्रम में गुजरात के उद्योग सचिव एस.जे. हैदर, गुजरात के मुख्यमंत्री के सलाहकार एस.एस. राठौड़, क्यूसीआई के मुख्य सलाहकार हेमगौरी भंडारी, एसोचैम गुजरात काउंसिल के अध्यक्ष चिंतन ठाकर, गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (जीसीसीआई) के अध्यक्ष अजय पटेल, क्रेडाई के अध्यक्ष शेखर पटेल, फिक्की गुजरात के अध्यक्ष राजीव गांधी, एस्ट्रल लिमिटेड के संस्थापक सीएमडी संदीप इंजीनियर उपस्थित थे। दिन भर चले कार्यक्रमों के विषयों में गुजरात में शिक्षा और कौशल, सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा, उद्योग और एमएसएमई का भविष्य, लक्षित मूल्यांकन के माध्यम से ई-कॉमर्स का परिवर्तन, गुजरात को पर्यटन, संस्कृति और खेल, गुणवत्ता के लिए वैश्विक केंद्र बनाना शामिल था। सफलता के माप के रूप में राज्य का गुणवत्तापूर्ण रोडमैप शामिल है। कार्यक्रम में मंत्रियों और प्रमुख उद्योग प्रतिनिधियों सहित वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने भाग लिया।
क्यूसीआई की स्थापना पीपीपी मॉडल पर केंद्र सरकार और उद्योग के सहयोग से एक स्वतंत्र स्वायत्त संगठन के रूप में की गयी थी। यह एक राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन और प्रमाणन निकाय है। इसका प्रतिनिधित्व तीन प्रमुख उद्योग संघों, एसोचैम, सीआईआई और फिक्की द्वारा किया जाता है। क्यूसीआई की स्थापना उत्पादों, सेवाओं और प्रक्रियाओं के थर्ड पार्टी मूल्यांकन के लिये एक तंत्र बनाने की खातिर की गयी है। यह शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, पर्यावरण संरक्षण, प्रशासन, सामाजिक क्षेत्र, बुनियादी ढांचा क्षेत्र और अन्य क्षेत्रों में गुणवत्ता मानकों को बढ़ावा देने और अपनाने के साथ-साथ उन्हें लागू करने में राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लोगों के जीवन की गुणवत्ता और कल्याण में सुधार लाने में इसका महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है।
गुणवत्ता संकल्प राज्यों में गुणवत्ता सुधार के लिये शुरू की गयी एक पहल है, जिसके माध्यम से क्यूसीआई अपनी विकास यात्रा को पूरे भारत में फैलाने का इरादा रखती है। यह सरकार और उद्योग के सभी भागीदारों को एक साथ लाता है, समृद्ध चर्चाओं को बढ़ावा देता है, बाधाओं को दूर करता है, कार्रवाई योग्य लक्ष्यों की पहचान करता है और गुणवत्तापूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण के लिये एक राज्य-उन्मुख रोडमैप बनाता है। यह गुणवत्ता आश्वासन का 5वां संस्करण था। इससे पहले उत्तर प्रदेश, असम, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में ऐसे कार्यक्रम आयोजित हो चुके हैं।