ग्वालियर। बीएसएफ की दो महिला आरक्षक लगभग एक महीने से गायब है। जबलपुर की रहने वाली आकांक्षा निखर अपने साथ काम करने वाली शाहाना खातून के साथ गायब हुई है। दोनों की पोस्टिंग बीएसएफ टेकनपुर मुख्यालय में है।
जबलपुर की रहने वाली उर्मिला निखर अपने बेटे नीरज के साथ मंगलवार को एसपी की जनसुनवाई में पहुंची और अपनी बेटी को बरामद करने की गुहार लगाई। आकांक्षा निखर की मां का स्पष्ट कहना है कि उसकी बेटी को शहाना खातून और उसके परिवार के लोगों ने अगवा कर लिया है। यह लोग पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद इलाके में रहते हैं।
6 जून 2024 को सहायक प्रशिक्षण केंद्र टेकनपुर से आकांक्षा के घर जबलपुर फोन आया और उन्होंने बेटी के बारे में जानकारी हासिल की थी। बताया गया कि बीएसएफ में ही पदस्थ शहाना खातून के साथ आकांक्षा कहीं गई है। 7 जून को दोनों बीएसएफ कर्मचारियों की लोकेशन पहले दिल्ली फिर दूसरे दिन हावड़ा मिली थी। इसके बाद से शहाना खातून अपने रिश्तेदारों के बीच लगातार संपर्क में है।
सीसीटीवी फुटेज में भी सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। शहाना खातून की बड़ी बहन से दोनों महिला आरक्षक को कुछ पैसे और एक गाड़ी मोबाइल दिए गए हैं। दोनों महिला बीएसएफ कर्मचारियों की लोकेशन नदिया जिले में आखिरी बार देखी गई है। इसके बाद से दोनों गायब हैं।
मां को बेटी के साथ कोई षड्यंत्र की आशंका
13 जून को उर्मिला निखर अपने बेटे के साथ बहरामपुर मुर्शिदाबाद गई। दोनों मां बेटे ने शहाना खातून के पिता मोतिउर रहमान से उनकी बेटी के बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश की। लेकिन उन्होंने जानकारी होने से इनकार कर दिया। उर्मिला निखर को आशंका है कि उनकी बेटी के साथ कोई षड्यंत्र किया गया और उसका जीवन संकट में है।
हालांकि इस मामले में जिले के बिलौआ थाने में मुकदमा दर्ज है लेकिन फिलहाल बीएसएफ की महिला कर्मचारी के परिवार के लोग अपनी बेटी को लेकर बेहद परेशान है।